2008 में गूगल से जुड़े
नील मोहन ने 2008 में गूगल में पहली ज्वॉइनिंग ली थी। उस दौरान सबसे बड़े सर्च इंजन ने ऑनलाइन एड कंपनी 'डबलक्लिक' को खरीदा था। जिसमें नील मोहन को गूगल द्वारा स्ट्रेटजी और प्रोड्क्ट मैनेजमेंट का सीनियर वॉयस प्रेसीडेंट बनाया गया था। इन सालों में मोहन गूगल वेट सुसैन वोजिस्की के अंडर में काम करते रहे। इनकी टीम में जहां वोजिस्की एड को लीड करती थीं, जबकि मोहन नए विजन को लाकर एक्जीक्यूट करवाते थे। जिसके परिणामस्वरूप रेवेन्यू काफी बढ़ गया और कंपनी फायदे में चली गई।

वोजिस्की के बाद मोहन ने लिया किनारा
आपको बता दें कि पिछले साल वोजिस्की ने एड जॉब छोड़कर यू-ट्यूब में हिस्सेदारी खरीद ली और गूगल को अलविदा कह दिया। हालांकि उस दौरान यह चर्चा चल रही थी कि, वोजिस्की के बाहर होने से मोहन भी उनके साथ काम करने लगेंगे। लेकिन मोहन यू-ट्यूब में नहीं बल्िक ड्रॉप बाक्स में जरूर ज्वॉइनिंग कर रहे हैं। मोहन ड्रॉपबॉक्स के प्रोडेक्ट हेड बनाए गए हैं। गौरतलब है कि गूगल ने मोहन को सैलरी के रूप में 100 मिलियन डॉलर दिए थे।

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