मुंबई (एएनआई)। उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्काॅड (एटीएस) की टीम सोमवार को गोरखनाथ मंदिर हमले के मामले की जांच के लिए मुंबई पहुंची थी। पता चला है कि आरोपी मुर्तजा पिछले तीन सालों से अपने परिवार से दूर है। कल टीम ने नवी मुंबई का दौरा किया जहां आरोपी मुर्तजा पहले अपने परिवार के साथ रहता था। गोरखनाथ मंदिर हमला मामले की जांच के लिए यूपी एटीएस की टीम मुंबई पहुंच गई है। कल टीम ने नवी मुंबई का दौरा किया जहां आरोपी मुर्तजा पहले अपने परिवार के साथ रहता था। मुर्तजा पिछले 3 साल से अपने परिवार वालों से नहीं मिला।

पिता का दावा- बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं
मामला सामने आने के बाद आरोपी के पिता ने कहा है कि उसका बेटा मानसिक रूप से स्थिर नहीं है और उसकी अपराध करने की कोई योजना नहीं है। आरोपी के पिता मुनीर अहमद अब्बासी ने एएनआई को बताया, "वह मानसिक रूप से स्थिर नहीं है। बचपन से ही वह अवसाद से पीड़ित है। उसका इलाज भी हुआ।" अब्बासी ने आगे कहा, "उसकी कोई हमले की योजना नहीं थी और उसने अपनी वर्तमान मानसिक स्थिति के कारण ऐसा किया।"

पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक रविवार को एक व्यक्ति ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। आरोपी की पहचान गोरखपुर निवासी अहमद मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) को जांच सौंपने का फैसला किया है। एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में दो पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।

आतंकी कनेक्शन की हो रही जांच
एडीजी ने आगे कहा, "वह गोरखपुर का रहने वाला है। उसके पास से एक दरांती बरामद हुई है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें एक आतंकी कनेक्शन हो सकता है। मामला एटीएस को ट्रांसफर कर दिया गया है।" पुलिस ने बताया कि आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को सोमवार को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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