- दिव्यनगर में सफाई व्यवस्था चौपट, लगा रहा गंदगी का अंबार, चोक नालियां बनीं वॉटर लॉगिंग की वजह

- ड्रेनेज के लिए गड्ढा खोद सड़क पर छोड़ दी गई मिट्टी भी बढ़ा रही परेशानी

GORAKHPUR: शहर की गली-गली चमकाने के दावे करने वाला नगर निगम पॉश एरियाज तक को गंदगी के हवाले छोड़ लापरवाही की नींद सो रहा है। दस हजार आबादी वाली पॉश कॉलोनी दिव्यनगर में सड़कों पर बहता नालियों का गंदा पानी और गंदगी का अंबार स्वच्छता अभियान की कवायदों को मुंह चिढ़ा रहा है। जबकि यहां बिजनेसमैन, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स से लेकर बैंकर्स तक के आवास हैं। नगर निगम के जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम ये कि पूरी कॉलोनी में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। वहीं ड्रेनेज के लिए गड्ढा खोद सड़क पर मिट्टी छोड़ दी गई है जिसके चलते उड़ रही धूल से बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है।

गंदगी कर रही बेहाल, धूल कर रही परेशान

इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित दिव्य नगर में डेढ़ साल पहले ड्रेनज बनाने के दौरान सड़कों की खोदाई कराई गई लेकिन मिट्टी सड़क किनारे छोड़ दी गई है। पब्लिक का कहना है इसके चलते आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में कई बार नगर निगम के अफसरों से लिखित शिकायत की गई लेकिन इसके बावजूद भी किसी ने संज्ञान नहीं लिया। वहीं, कॉलोनी के लोग चरमराई सफाई व्यवस्था के चलते भी परेशान हैं। गंदगी से चोक पड़ी नालियों की वजह से मच्छरों ने परेशानी बढ़ा दी है। तेज बदबू के चलते लोगों का घरों में बैठना तक मुहाल है।

कॉलोनी में घूमते रहते सुअर

वहीं, कॉलोनी में गंदगी की वजह से सुअरों की तादाद भी बढ़ती जा रही है। इस वजह स भी यहां के लोग संक्रामक रोगों की चपेट में आने लगे हैं।

वॉटर लॉगिंग भी बढ़ा रही परेशानी

कॉलोनी में जल निकासी का प्रबंधन न होने से सड़कों पर वॉटर लॉगिंग की स्थिति बराबर बनी रहती है। साथ ही सड़कों की हालत इतना खस्ता है कि इम पर चलना दूभर हो चुका है। सड़कों पर उखड़ी बड़ी-बड़ी गिट्टी और गढ्डे आए दिन हादसे को दावत दे रहे हैं।

कोट्स

कॉलोनी में डेढ़ हजार घर हैं मगर यहां सफाई बिल्कुल नहीं होती है। गंदगी के बीच लोगों को रहना पड़ता है। कई बार इस संबंध में जिम्मेदारों को अवगत कराया जा चुका है फिर भी सुनवाई नहीं हुई।

विजय त्रिपाठी

एरिया में ड्रेनेज के नाम पर सड़क की खोदाई कराई गई लेकिन मिट्टी नहीं उठाई जा सकी। जिसकी वजह से धूल सीधे घरों में आ रही है। उठ रही धूल लोगों को बीमार कर रही है लेकिन अफसरों को कोई परवाह तक नहीं है।

हेमंत मिश्रा

कॉलोनी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इसके चलते सुअरों का भी जमावड़ा रहता है। सफाई न होने की वजह से डेंगू व संक्रामक बीमारियों का बराबर खतरा बना रहता है।

अभिषेक द्विवेदी

नगर निगम के सफाई कर्मी कभी भी कॉलोनी में दिखाई नहीं देते। कंप्लेन करने के बाद छह माह में एक बार आते हैं फिर उनका पता नहीं चलता है। इलाके में फॉगिंग और दवा छिड़काव तक नहीं किया जाता है।

उत्कर्ष मिश्रा

वर्जन

जिम्मेदारों को आदेश दिए गए हैं कि वार्डो की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त करें। जहां कहीं से कंप्लेन मिलती है वहां पर सुपरवाइजर के नेतृत्व में सफाई कर्मियों की टीम लगाए जाने को कहा गया है। कहीं भी लापरवाही मिलती है तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।

अंजनी कुमार सिंह, नगर आयुक्त