-एनएसजी के तर्ज पर यूपी एटीएस कराएगी लखनऊ गोरखपुर पुलिस की ट्रेनिंग

- एनएसजी के तर्ज पर स्पेशल कमंडो की होंगी नौ स्पॉट टीमें

-आतंकी हमले या गंभीर आपराधिक घटना के समय फौरन करेंगे कार्रवाई

शुरू हुई जवानों की तलाश

आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि खतरनाक ऑपरेशंस, आतंकी घटनाओं और गंभीर अपराध के दौरान उनसे निपटने के लिए जिलों की स्वाट को और अधिक व्यवसायिक रूप से दक्ष बनाया जा रहा है। इसके लिए लखनऊ के अमौसी स्थित ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग प्रोग्राम होगा। इसमें आगरा और वाराणसी स्वॉट के टीमों को ट्रेनिंग दी जा रही है। जो अब खत्म होने के बाद इसके दूसरे चरण में गोरखपुर सहित अन्य तीन जिलों की टीमों को ट्रेनिंग दी जाएगी। एसएसपी सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने इस ट्रेनिंग में शामिल होने वाले पुलिसकर्मियों का चयन भी करना शुरू कर दिया है.

एनएसजी के तर्ज पर बन रही कमांडो यूनिट

आतंकियों और अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ता (यूपीएटीएस) के सामने अब किसी भी आतंकी या संदिग्ध का टिक पाना संभव नहीं है। एटीएस अब एक बड़ी कमांडो यूनिट बनाने जा रही है। इसके लिए एटीएस ने यूपी एटीएस के आईजी असीम अरूण के नेतृत्व में एनएसजी (नेशनल इंविस्टिगेशन यूनिट) के तर्ज पर स्पेशल पुलिस टीम (स्पॉट) का गठन शुरू कर दिया है। इसमें यूपी पुलिस के सबसे तेज तर्रार पुलिस के जवान शामिल हो रहे हैं और उनकी स्टेट की एनएसजी की तौर पर फोर्स तैयार की जाएगी। पुलिस के स्पेशल कमांडो की स्पॉट टीम तैयार कर गोरखपुर सहित सूबे के अन्य जिलों मे तैनात कर दी जाएगी.

यह होगी स्पेशल कमांडो की खासियत

आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि किसी आतंकी हमले से निपटने या गंभीर आपराधिक घटना के समय यह टीम कोई भी कठिन ऑपरेशन कर आतंकी को पकड़ने, अपहृत को बचाने समेत बड़ी घटनाएं रोकने में काम आएगी। इसमें स्पेशल ट्रेनिंग हासिल कर चुके कमांडो को लगाया जाएगा। किसी भी घटना के समय यह टीम बिना समय गंवाए अपना ऑपरेशन शुरू कर देगी। उन्होंने बताया कि यूपी में गोरखपुर सहित इस तरह की नौ टीमें बनाई जा रही हैं.

क्या होगा टीम

एक 55 सीटर बस

चौदह 32 सीटर बसें

दो 24 सीटर बसें

बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉयड की छह टीमें भी शामिल हैं। इन सबके अलावा छह बख्तर बंद गाडि़यां भी कमांडो टीम के लिए होगी.

9 जिलों में होगी कमांडो यूनिट

आईजी एटीएस असीम अरुण मुताबिक, लखनऊ के अलावा गोरखपुर सहित नौ जिलों में छोटी-छोटी यूनिट बनी हैं। एक तो पूरे भौगोलिक क्षेत्र को कवर करने के लिए है, दूसरे यह देखने के लिए कि किन-किन क्षेत्रों में गतिविधियां ज्यादा होती हैं। हालांकि कभी-कभी यूनिट की पोजीशन भी चेंज की जाती है। जहां ज्यादा गतिविधियों की आशंका होती है, वहां भेज दिया जाता है।

 

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टीम में स्पेशल ट्रेनिंग कर चुके यूपी पुलिस के सबसे तेज-तर्रार जवान को हम शामिल कर रहे हैं। स्टेट की एनएसजी की तौर पर फोर्स तैयार की जा रही है। जो किसी आतंकी हमले से निपटने या गंभीर आपराधिक घटना के समय फौरन कार्रवाई करेंगे। इसकी नौ टीमें होंगी जो अलग-अलग प्वाइंट्स पर पोजीशॅन संभालेंगी।

असीम अरुण, आईजी, यूपी एटीएस

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स्पाट की ट्रेनिंग के लिए गोरखपुर जिले के पुलिस के जवानों को भेजा जाएगा। इसके लिए यूपी एटीएस से समन्वय स्थापित कर अगले ट्रेनिंग के अगले चरण में भी गोरखपुर जिले की टीम को भेजने की तैयारी चल रही है। इसके लिए जिले के तेज-तर्रार पुलिस जवानों को भेजा जाएगा।

सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज, एसएसपी