-करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा रोजगार परक कोर्स को डीडीयू ने किया बंद

-किसी को नहीं मिला अप्रूवल, तो कोई लैक ऑफ इंटरेस्ट का बना शिकार

यूनिवर्सिटी में आने वाले फंड पर भी ब्रेक
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में होनहार स्टूडेंट्स की कमी नहीं है, लेकिन फिर भी यहां के होनहारों का डंका दूसरी जगह उस तरह से नहीं बज रहा है, जिस हिसाब से यहां होनहारों की फौज है। इसकी सबसे अहम वजह यह कि यूनिवर्सिटी ने अपने टैलेंट को आगे बढ़ाने वाले कोर्सेज ही बंद कर दिए। इससे न तो यूनिवर्सिटी के होनहारों ने यूनिवर्सिटी में रहते कोई टैलेंट दिखाया और न कोई बड़े मुकाम पर पहुंच पाया। इसकी वजह से यूनिवर्सिटी में रोजगार की राह बंद हो गई और यूनिवर्सिटी में आने वाले फंड पर भी ब्रेक लग गया।

ढेरों रोजगार परक कोर्स बंद
गोरखपुर यूनिवर्सिटी में चल रहे रोजगार परक कोर्सेज पर 2007 में चाबुक चला। वीसी अरुण कुमार के बाद यूनिवर्सिटी में ज्वाइन करने वाले एके मित्तल ने सभी रोजगार परक कोर्सेज को रीव्यू में डाल दिया, जिसकी वजह से सभी में फॉर्म तो भरे गए, लेकिन एडमिशन नहीं हो सके। इसके बाद कोर्स चलने के लिए कोई ने कोशिश भी नहीं की, जिसकी वजह से ज्यादातर रोजगार परक बंद हो गए। अब नए वीसी ने अपने एजेंडे में इन कोर्सेज को शुरू करने की बात रखी है, लेकिन अब तक इसको लेकर कोई पहल नहीं हाे सकी है।

यूनिवर्सिटी को होती थी आमदनी
इन रोजगार परक कोर्स के जरिए यूनिवर्सिटी को काफी आमदनी भी होती थी, जिससे पढ़ाने वाले टीचर्स की सैलरी और कोर्स कंडक्शन के लिए जरूरी खर्च निकालने के बाद यूनिवर्सिटी को काफी पैसे भी बचते थे। इससे यूनिवर्सिटी में दूसरे डिपार्टमेंट, जिनमें स्टूडेंट्स का इंटरेस्ट कम था, उनको चलाने में भी मदद मिलती थी। लेकिन इन कोर्स बंद होने के बाद यूनिवर्सिटी में न सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए रोजगार के द्वार बंद हुए, बल्कि यूनिवर्सिटी की लाखों की आमदनी का जरिया भी बंद हो गया।

यह कोर्स हो गए बंद

पीजी डिप्लोमा इन पेस्ट मैनेजमेंट

बीएससी-एमएससी इन फूड एंड न्यूट्रिशन

रिसोर्स मैनेजमेंट

एचआरडी

क्लॉथिंग एंड टेक्सटाइल

एक्सटेंशन एजुकेशन

बी-लिब

एम-लिब

रूरल डेवलपमेंट

टूरिज्म एंड ट्रैवेल मैनेजमेंट

रिमोट सेंसिंग

वॉटर शेड मैनेजमेंट

पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मॉस कम्युनिकेशन

पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन

पीजी डिप्लोमा इन कम्युनिकेटिव इंग्लिश

पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल एंड क्लॉथ डिजाइनिंग

पीजी डिप्लोमा इन विजुअल कम्युनिकेशन एंड डिजाइन

पीजी डिप्लोमा इन आर्किटेक्चरल, लैंडस्केप एंड डेकोरेशन

पीजी डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल क्राफ्ट एंड डिजाइनिंग

यूनिवर्सिटी को भी फायदा मिलेगा
इन सभी कोर्सेज को लेकर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन गंभीर है। इन कोर्सेज को शुरू कराना यूनिवर्सिटी के एजेंडे में है। इससे स्टूडेंट्स के साथ ही यूनिवर्सिटी को भी फायदा मिलेगा।

- प्रो। हर्ष कुमार सिन्हा, पीआरओ, डीडीयूजीयू