-शहर के भीतर 28 दिनों में हए कुल 61 सौ चालान

-52 फीसदी बिना हेलमेट पहने चला रहे थे बाइक

GORAKHPUR:

ट्रैफिक रूल्स तोड़ने पर फाइन बढ़ने से ट्रैफिक कंट्रोल होने की गुंजाइश बढ़ी है। फाइन के डर से तमाम लोगों ने नियमों का पालन शुरू कर दिया है। चालान की कार्रवाई से हड़बड़ाए लोग हेलमेट पहनने पर जोर दे रहे हैं। सितंबर में ख्8 दिनों के भीतर ट्रैफिक पुलिस की जांच में कुल म्क् सौ चालान काटे गए। इनमें सबसे अधिक संख्या बिना हेलमेट पहने बाइक चला रहे लोगों की थी। अन्य अपराधों में भी चालान कटने से लोग वाहनों का पेपर दुरुस्त कराने पहुंच रहे हैं। पाल्युशन बनवाने के लिए लोगों की लाइन लग रही।

फ्क्7ख् लोगों ने नहीं पहना हेलमेट

शहर में एक सितंबर से लेकर ख्8 सितंबर तक हुई चेकिंग में ट्रैफिक पुलिस ने म्क् सौ वाहनों का चालान काटा। इनमें भ्ख् फीसदी चालान बिना हेलमेट पहने बाइक चलाने वालों का हुआ। जबकि, दूसरे नंबर पर बिना सीट बेल्ट बांधे कार चला रहे लोग रहे। तीसरे नंबर पर बिना कागजात के गाड़ी दौड़ाने वाले पाए गए। ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों ने बताया कि ऑनलाइन डाटा फीड कर कोर्ट में भेज दिया जाएगा। ख्8 दिनों में कुल जुर्माना काटकर ख्9 लाख रुपए का शमन शुल्क वसूल किया गया।

बाइक का हुआ 7भ् सौ रुपए का चालान

ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि एक माह के भीतर एक बाइक का सर्वाधिक चालान कटा था। बिना इंश्योरेंस, ड्राइविंग लाइसेंस, बिना पाल्युशन सर्टिफिकेट के गाड़ी चलाने पर कार्रवाई हुई थी। हालांकि आरोपित ने जुर्माना जमा कराकर अपना वाहन मुक्त करा लिया। ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि जुर्माना बढ़ने से ज्यादातर लोग हेलमेट पहनने लगे हैं। सीट बेल्ट लगाने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

ट्रैफिक चालान के लिए बढ़ा हुआ जुर्माना कुछ ज्यादा है। पहली बार अपराध करने पर यह थोड़ा कम होना चाहिए। दोबारा यदि कोई पकड़ा जाए तो चालान का जुर्माना बढ़ा देना चाहिए। अक्सर देखा जाता है कि चालान के नाम पर पुलिस टीम मनमानी करती है। इसलिए इस पर भी रोकथाम होनी चाहिए। एक दिन मैं सब्जी लेने निकला। संयोग से हेलमेट नहीं पहने था। अचानक चौराहे के पास पुलिस वाले ने ऐसे दबोचा जैसे कोई बड़ा कांड करके भाग रहा हूं। इसलिए यह होना चाहिए कि चेकिंग के दौरान दशहत न फैलाई जाए।

पन्नेलाल, प्रोफेशनल

ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना की राशि बढ़ा दी गई है। लेकिन अभी भी पुरानी दर पर चालान शुल्क जमा कराया जा रहा है। नए नियमों के अनुसार कार्रवाई में लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इसलिए जागरुकता अभियान चलाकर लोगों इसकी जानकारी दी जा रही है।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक