अंबेडकर नगर (एएनआई)। उत्तर प्रदेश का अंबेडकर नगर जिला इन दिनों बाढ़ की चपेट है। यहां पर बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हैं। इस बीच अंबेडकर नगर के जिलाधिकारी (डीएम) का वीडियो सामने आया है जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को घर-घर सेवा या राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए "जोमैटो" नहीं चला रही है। जरूरत पड़ने पर आपको क्लोरीन की गोलियां दी जाएंगी और कोई बीमार पड़ने पर डॉक्टर आएगा, यही कारण है कि बाढ़ चौकियां (बाध चौकी) स्थापित की जाती हैं। डीएम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


स्थानीय लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुसने लगा
यह बात ऐसे समय में आई है जब यहां के स्थानीय लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। लगभग एक महीने पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 सितंबर को चंद्रदीप घाट पर कुआनो नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया था। इस सप्ताह की शुरुआत में योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में भारी बारिश से प्रभावित सभी जिलों में राहत और पुनर्वास कार्य में तेजी लाने के निर्देश जारी किए गए थे। सीएम योगी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में जिला नियंत्रण कक्ष को चौबीसों घंटे चालू रखने के भी आदेश दिए थे।
राहत पैकेटों के वितरण में देरी न हो
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए गोंडा, बस्ती, अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर, गोरखपुर, आजमगढ़, देवरिया, मऊ, बलिया और अयोध्या के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। पिछले कुछ दिनों में अत्यधिक बारिश के कारण जनजीवन, पशुधन और कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव देखा गया है। कई जिलों में जान-माल के नुकसान की खबर है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में योगी आदित्यनाथ के हवाले से कहा गया है कि राज्य सरकार सभी प्रभावित लोगों की सुरक्षा और रखरखाव के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के लिए प्रतिबद्ध है। राहत पैकेटों के वितरण में किसी प्रकार की देरी न हो।

National News inextlive from India News Desk