सरबजीत की फांसी की सजा माफ। जल्द रिहा हो सकता है सरबजीत। पाक प्रेसीडेंट आसिफ अली जरदारी ने सरबजीत की सजा उम्रकैद में बदली। मंगलवार की शाम को आई यह ब्रेकिंग न्यूज देखते ही देखते भारत, पाक समेत कई देशों की बिग स्टोरी बन गई। सरबजीत की फैमिली में जश्न का माहौल हो गया। कुछ ही घंटों बाद देर रात अचानक खबर आई कि

पाकिस्तान ने सरबजीत को नहीं बल्कि सुरजीत की सजा माफ की है।

पाकिस्तान सरकार का यू टर्न। पाकिस्तान ने दिया धोखा।

इस बार चैनल की इस ब्रेकिंग न्यूज ने रात में सोने की तैयारी कर रहे लोगों की नींद ही उड़ा दी। आखिर ये क्या हुआ? पाकिस्तान का ये यू टर्न क्यों? किसी को समझ नहीं आ रहा था। जरदारी के स्पोक्सपर्सन बाबर ने कहा कि उन्होंने सुरजीत की रिहाई की बात कही है, इसको सरबजीत समझ लिया गया। मीडिया में कहा गया कि पाक ने किसी दबाव में यह नाम बदला है। आखिर इस केस में हकीकत क्या है। हमने इसका पता लगाने के लिए पाकिस्तान में सरबजीत के वकील रहे राना अब्दुल हमीद से संपर्क किया तो मामला कुछ और ही निकला। दरअसल, हम जिस व्यक्ति की रिहाई की आस लगाए बैठे थे, पाकिस्तान के लिए वो न तो सरबजीत है और न ही सुरजीत। बल्कि पाक सरकार तो उसे मंजीत मानती है।

‘मैं भी हैरान रह गया’

वकील राना अब्दुल हमीद ने कहा कि जैसे ही मीडिया में सरबजीत की रिहाई की खबरें आईं तो मैं तो शॉक्ड रह गया। अरे अचानक सरबजीत की सजा माफ। मैंने फौरन पता किया तो समझ में आया कि मामला कुछ और है। मुझे पता चला कि रिहाई की बात तो सुरजीत की है, फिर मीडिया में सरबजीत का नाम क्यों चल रहा है। मैं खुद भी हैरान था कि यह किसी की साजिश है या फिर जल्दबाजी में मीडिया ने ऐसा कर दिया। वैसे मैं तो आश्वस्त था क्योंकि पाक सरकार सरबजीत की बात कह ही नहीं सकती। पाक के लिए सरबजीत सिर्फ एक नाम है, उसका कैदी तो मंजीत है। दरअसल, पाक में बंद सरबजीत को पाक सरकार ब्लास्ट का आरोपी मंजीत मानती है।

तो आदेश में मंजीत का नाम आता

वकील राना ने आईनेक्स्ट रिपोर्टर को बताया कि हमें सरबजीत की रिहाई की पूरी उम्मीद है। पाक सरकार ने सजा माफी का जो आदेश दिया है वह भी सुरजीत के नाम पर ही है, लेकिन सरबजीत का नाम चर्चा में अधिक रहता है इसलिए पूरी मीडिया में सरबजीत का नाम आ गया। पाक में तो सरबजीत की जगह मंजीत सिंह नाम दर्ज है। उसी पर केस चल रहा है। यह तो हम साबित कर रहे हैं कि वह सरबजीत है। सरबजीत भी खुद को सरबजीत साबित कर रहा है। भारत के लिए भी वह सरबजीत है, लेकिन पाकिस्तान की सारी लिखा पढ़ी में वह मंजीत के नाम से ही दर्ज है। ऐसे में अगर पाकिस्तान सरकार उसकी सजा माफी का कोई आदेश देती भी तो वह मंजीत सिंह के नाम पर होगा न कि सरबजीत के नाम पर।

अब मंजीत के नाम पर दुआ करो

राना अब्दुल हमीद ने कहा कि भारतीय मीडिया ने सरबजीत के केस में बहुत मदद की है। लोगों की दुआएं काम भी आएंगी, लेकिन अब आप मंजीत के नाम पर दुआ करो। वह हमारे लिए सरबजीत है, अपने परिवार के लिए सरबजीत है, लेकिन पाकिस्तान तो उसे मंजीत ही मान रहा है। ऐसे में वह सजा भी मंजीत की माफ करेगा न कि सरबजीत की।

हमको है आशा

राना ने उम्मीद जाहिर की कि अब पाक का मंजीत यानी हमारा सरबजीत भी जल्द ही रिहा हो जाएगा। इसके पहले पाक के प्रेसीडेंट रहे परवेज मुशर्रफ ने भी सरबजीत की सजा माफ करने का भरोसा दिलाया था। हमें जरदारी से भी पूरी उम्मीद है कि वह सरबजीत की सजा माफ कर देंगे और वह अपने वतन अपने लोगों के बीच जल्द जा सकेगा।

यहां तो चालीस से ज्यादा सरबजीत हैं

फिलहाल लोगों की जुबां पर सिर्फ सरबजीत का नाम है। अब सुरजीत को भी लोग जान रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि पाक में ऐसे एक या दो नहीं बल्कि चालीस से अधिक सरबजीत है। राना ने बताया कि ह्यूमन राइट के कनाडा ऑफिस से उन्हें एक लिस्ट दी गई है जिसमें चालीस से अधिक ऐसे भारतीय कैदियों के नाम हैं जो कि सजा पूरी होने के बाद भी पाक की जेल में रहने को मजबूर हैं। हम उन सबकी रिहाई के लिए प्रयास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही भारत के सारे सरबजीत अपने अपने मुल्क लौट सकेंगे।

                                                                                                                                                                                     

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