अक्टूबर 2018 तक मेले से जुड़ी तैयारियां पूरे करने के निर्देश

डीएम संजय कुमार ने सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने पेश किया तैयारियों का खाका

ALLAHABAD: प्रयाग की धरती पर हर साल आयोजित होने वाले माघ मेला व समय-समय पर लगने कुंभ व अ‌र्द्धकुंभ मेले को देखते हुए मेला प्राधिकरण का गठन हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यह बात कही। राजधानी लखनऊ के शास्त्री भवन में उच्चस्तरीय बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि प्रयाग में 2019 में होने वाले अ‌र्द्धकुंभ से जुड़ी तैयारियां हर हाल में अक्टूबर 2018 तक पूर्ण हो जानी चाहिए। डीएम संजय कुमार ने सीएम के सामने मेले से जुड़ी तैयारियों का खाका भी प्रस्तुत किया।

प्राधिकरण की रूपरेखा प्रस्तुत करें

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्य सचिव एवं मंडलायुक्त इलाहाबाद अगली बैठक में मेला प्राधिकरण पर विचार-विमर्श कर अभिमत प्रस्तुत करें। साथ ही, प्रस्तावित प्राधिकरण को आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने का भी सुझाव दें। उन्होंने अ‌र्द्धकुंभ की व्यवस्था के लिए स्थानीय स्तर पर कमिश्नर को नोडल अधिकारी नामित करते हुए प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव को व्यवस्था के देखभाल का जिम्मेदार बनाया है। सुरक्षा की दृष्टि से डीआईजी इलाहाबाद नोडल अधिकारी व शासन स्तर पर नगर विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। उन्होंने कहा कि नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में मंत्री समूह अ‌र्द्धकुंभ आयोजन की तैयारियों के लिए जिम्मेदार होगा।

केंद्र सरकार को भेजे जाएं प्रस्ताव

सीएम ने कहा कि मेले से संबंधित प्रस्ताव केंद्र सरकार को शीघ्र भेजे जाएं। जिससे समय पर धनराशि मिल सके। इलाहाबाद कमिश्नर को अपने स्तर पर केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप प्रदान करने को कहा। साथ ही अखाड़ों के लिए भूमि सहित अन्य सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं जिससे विवाद की स्थिति पैदा न हो। इसके पूर्व डीएम ने 3 हजार 460 करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्रस्तुत किए। जिस पर सीएम ने जरूरत के हिसाब से विचार कर शीघ्र धनराशि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वही परियोजनाएं शुरू की जाएं जिन्हें अक्टूबर 2018 तक पूरा किया जा सके।

सीएम ने दिए निर्देश

मेला क्षेत्र के 30 किलोमीटर पेरीफेरी में यातायात, नदी पर पुल तथा स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया जाए। किसी भी दशा में तीर्थयात्रियों को 8 से 9 किलोमीटर से अधिक पैदल न चलना पड़े।

नैनी, अरैल, झूंसी क्षेत्रों में श्रद्धालुओं के विकास को देखते हुए इस एरिया को विकसित किया जाए।

शहर में पूर्णतया एलईडी बल्ब नही लगाने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

-ठेका देने की वर्तमान व्यवस्था को दोषपूर्ण एवं भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इसे तुरन्त बदला जाना चाहिए।

सीवेज ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट से मिलने वाले पानी का बेहतर उपयोग की योजना पर काम करें।