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कैटेगरी में आवंटित किये गए हैं पुलिस लाइंस में जवानों को आवास
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आवास हैं टाइप वन कैटेगरी में पुलिस लाइंस की कॉलोनियों में
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आवास हैं टाइप टू कैटेगरी में पुलिस लाइंस के अंदर
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आवास टाइप थ्री कैटेगरी में पुलिस लाइंस की कॉलोनियों में
पुलिस लाइंस के 40 आवासों पर ट्रांसफर हो चुके पुलिसवालों का कब्जा
एडीजी के निर्देश पर की गई जांच में हुआ खुलासा
mukesh.chaturvedi@inext.co.in
PRAYAGRAJ: सरकारी जमीनों और आवासों पर कब्जा कॉमन मैन ही नहीं पुलिसवाले भी करते हैं। इनसे अपने ही विभाग का आवास खाली कराने में अफसरों को पसीना आ रहा है। प्रयागराज की पुलिस कॉलोनियों में एक-दो नहीं ऐसे 40 कब्जेदार हैं। इनका तबादला गैर जनपद हो चुका है और ये मकान छोड़ने को राजी नहीं है। एडीजी के निर्देश पर करायी गयी जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। फिलहाल इन्हें खाली कराने की रणनीति बनायी जा रही है। सीधे ताला तोड़कर आवास खाली कराने से विभाग परहेज कर रहा है।
पुलिस कालोनी में कुल 565 आवास
पुलिस लाइंस में बनाई गई कॉलोनियों में कुल 565 आवास हैं।
इन आवासों को कैटेगरी यानी टाइप वन, टाइप टू व टाइप थ्री में डिवाइड किया गया है।
ये आवास उन्हीं पुलिसकर्मियों को आवंटित किये जाते हैं जिनकी तैनाती यहां है
इनमें से 40 जवानों का कई वर्ष पूर्व गैर जनपद ट्रांसफर हो गया है
वे गैर जनपद में ड्यूटी भी ज्वाइन कर चुके हैं
यहां तैनात रहने के दौरान उन्हें आवंटित आवासों पर उन्हीं का ताला लटक रहा है
दी गई नोटिस, तोड़े जाएंगे ताले
आवासों पर कब्जा करने वालों को विभाग ने नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है
पहले उनका जवाब आने का इंतजार किया जाएगा और स्वत: मकान खाली कर देने को प्रॉयोरिटी दी जाएगी
रिस्पांस न आने की दशा में विभाग आवासों पर लगे उनके ताले को तोड़कर सामान स्टोर रूम में रखवा देगा
क्या है टाइप वन, टू व थ्री
टाइप वन के आवास कांस्टेबल को अलाट किए जाते हैं
टाइप टू आवासों को सब इंस्पेक्टर व इंस्पेक्टर रैंक के अफसरों को आवंटित किया जाता है
टाइप थ्री के आवास सीओ रैंक के अफसरों को आवंटित किया जाता है
आवासों को खाली कराने की प्रक्रिया चल रही है। जिन जवानों के पास ट्रांसफर के बावजूद यहां रहने की परमीशन है, उन्हें छोड़कर बाकी जितने आवासों में ताले लगे हैं उन्हें खाली कराया जाएगा। कुछ लोगों को नोटिस भेजी गई है।
सुकीर्ति माधव
आईपीएस, सीओ पुलिस लाइंस/ बैरहना