- चार महीने तक नहीं मिला बच्चा तो केस होगा यूनिट को ट्रांसफर

LUCKNOW :

चार महीने से ज्यादा समय से गुमशुदा बच्चों की तलाश का जिम्मा अब 'एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग' यूनिट संभालेगी। क्राइम ब्रांच के तहत स्थापित यह यूनिट तीन से आठ वर्ष के बच्चों की तलाश करेगी। हालांकि, गुमशुदगी संबंधित थानों में ही दर्ज होगी और चार महीने तक बच्चा न मिल पाने पर केस इस यूनिट को ट्रांसफर किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिये हैं।

पीआरवी कर्मियों को भी दी जाएगी फोटो

जारी आदेश के मुताबिक, गुमशुदा बच्चों की सूचना व फोटो पीआरवी के पुलिसकर्मियों को भी दी जाएगी, जिससे वह संबंधित क्षेत्रों में फोटो दिखाकर तलाश में मदद कर सकें। सभी डीसीपी और एडीसीपी अभियान चलाएंगे। विवेचकों को भी गुमशुदा बच्चों की फोटो तुरंत प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अधिक से अधिक चलवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा गुमशुदा बच्चे की भीड़भाड़ भरी जगहों पर पोस्टर लगवाकर भी उसकी तलाश करने की कवायद होगी।

इंस्पेक्टर्स तुरंत शुरू करेंगे तलाश

गुमशुदगी की सूचना मिलते ही संबंधित इंस्पेक्टर्स को उसके परिवारीजनों से मिलकर गुमशुदा बच्चे की फोटो व डिटेल लेकर उसकी तुरंत तलाश शुरू करनी होगी। साथ ही गुमशुदगी की एफआईआर तुरंत दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू करनी होगी। उल्लेखनीय है कि गुमशुदगी के मामलों में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी आदेश में कार्रवाई का आदेश दिया गया है। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि गुमशुदा बच्चों को लेकर लापरवाही बरतने पर पुलिसकर्मियों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।