- स्टूडेंट्स के लिए टर्निग प्वाइंट साबित होगा आईआईटी टेस्ट

ALLAHABAD: इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट स्टूडेंट्स के लिए एक बेहद खास मौका है। आमतौर पर देखा जाता है कि स्टूडेंट्स सिर्फ पैरेंट्स के कहने या फिर अपने फ्रेंड्स की पसंद को देखकर अपने करियर तय करते हैं। जबकि वो उनकी रूचि के हिसाब से नहीं होती है। ऐसे में सफलता मिलने की चांसेज भी काफी कम हो जाते हैं। आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित हो रहे इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट स्टूडेंट्स के लिए खुद को समझने का एक बेहतर जरिया है। ये बातें बिशप जानसन स्कूल एंड कालेज के प्रिंसिपल डॉ। विशाल सिंह ने आईआईटी को लेकर कही। उन्होंने कहा कि ये टेस्ट स्टूडेंट्स के लिए एक टर्निग प्वाइंट साबित होगा, जिसके बाद वे अपने करियर का सही चुनाव कर सकेंगे।

सही तैयारी की है जरूरत

इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए जरूरी है, कि वे इसके फॉर्मेट को ध्यान से समर्झ। जिससे टेस्ट में वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इसे किसी साधारण टेस्ट के रूप में ना लें। स्टूडेंट्स को इसके लिए पूरी संजीदगी के साथ तैयारी करनी चाहिए। खासतौर पर इसमें आने वाले क्वैश्चन और मेंटल एबिलिटी, रीजनिंग, जनरल नॉलेज पर आधारित क्वैश्चन के लिए वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह ही तैयारी करें। इस टेस्ट में खास बात ये है कि इसमें सभी क्लासेज के स्टूडेंट्स के लिए मल्टिपल इंटेलीजेंस टेस्ट का सेक्शन रखा गया है। जो स्टूडेंट्स की समझ और सूझबूझ को बेहतर ढंग से सामने लाने के लिए पर्याप्त है। टेस्ट पेपर के सभी सेक्शन स्टूडेंट्स के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। क्लास सिक्स से लेकर ट्वेल्थ तक स्टूडेंट्स आमतौर पर आंसर सीट पर अपने जवाब लिखते हैं.जबकि इसमें उन्हें ओएमआर सीट को यूज करना होता है। इस टेस्ट के जरिए स्टूडेंट्स ओएमआर सीट पर परीक्षा देने के तरीके के बारे में भी जान सकेंगे, जो उनके लिए आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।