- जिले में मिट्टी के अवैध खनन, ढुलाई का अलग-अलग रेट

- पीपीगंज थाना परिसर में सेटिंग, रुपए लेते वीडियो हुआ वायरल

GORAKHPUR: लॉकडाउन के दौरान जिले में अवैध मिट्टी खनन का खेल शुरू हो गया है। थानों पर मुंहमांगी रकम का भुगतान कर अवैध कारोबारी मिट्टी की हेराफेरी कर रहे हैं। हर थाना क्षेत्र में खनन से लेकर ढुलाई तक के लिए पुलिस अलग-अलग रेट लेती है। पीपीगंज एरिया में मिट्टी के कारोबार के लिए थानेदार से सेटिंग कराने के लिए ड्राइवर की कांस्टेबल से बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में स्पष्ट है कि बैरक के भीतर एक कारोबारी से अवैध मिट्टी गिराने के लिए टीशर्ट पहने कांस्टेबल ने बातचीत के दौरान कुछ रुपए भी लिए हैं। बातचीत के दौरान कांस्टेबल ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए कहा है कि हम बेईमानी का काम इमानदारी से करते हैं। वीडियो का मामला सामने आने पर एसएसपी ने जांच का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस की मिलीभगत सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।

500 से 15 सौ रुपए तक तय होता रेट

लॉकडाउन के दौरान जिले में अवैध खनन का काम तेजी से शुरू हो गया है। सुबह सात बजे से लेकर शाम सात बजे तक ही आमजन के घर से बाहर निकलने की छूट है। जरूरी काम होने पर ही लोग बाहर आ रहे हैं। जबकि शाम सात बजे से लेकर सुबह सात बजे तक पब्लिक अपने घरों में कैद रह रही है। इस वजह से मिट्टी का कारोबार करने वालों ने पुलिस की मदद से अवैध काम शुरू कर दिया है। विभिन्न थाना क्षेत्रों में मिट्टी खनन का थानों पर अलग-अलग रेट तय है। खनन के लिए रात 11 बजे से सुबह चार बजे तक पुलिस पांच सौ से 15 सौ रुपए मांगती है।

एसडीएम साहब को मैनेज कर लेना, हम 1500 लेंगे

जिले में हाल के दिनों में मिट्टी खनन का काम तेजी से बढ़ा है। किसानों के उनके खेत से मिट्टी निकालकर ले जाने पर थानों, चौकियों की पुलिस परेशान करती है। रास्ते में डायल 112 की गाड़ी पर तैनात कांस्टेबल भी परेशान करते हैं। लेकिन सेटिंग के बाद आराम से ढुलाई करते रहिए। इसका कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसानों के वैध काम में टोकाटाकी से भी लोग काफी परेशान होते हैं। रुपए न देने पर ढुलाई वाहन को कब्जे में लेकर पुलिस परेशान करती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के हाथ लगे वीडियो में सेटिंग करने वाले पुलिस कर्मचारी यह कह रहे हैं कि एसडीएम साहब को तुम मैनेज कर लेना, हम 15 सौ रुपए ही लेंगे।

कांस्टेबल ड्राइवर से बातचीत, थाना कैंपस का सीन

अवैध मिट्टी ढुलाई से संबंधित वीडियो एक हफ्ते के भीतर का बताया जा रहा है। वीडियो में मिट्टी कारोबार की सेटिंग करने पहुंचे लोग पहले थानेदार से बात करते हैं। लेकिन थानेदार उनको यह कहकर टरका देते हैं कि जाइए ड्राइवर से बात कर लीजिए। इस बारे में हमसे कुछ मत कहिए। थाना परिसर में ही कांस्टेबल ड्राइवर लाल टीशर्ट पहने मिल जाते हैं। उनसे बात करते वीडियो के अंश:

सेटिंगबाज- साहब हमारी बात सुन लीजिए, पूरे जिले में सब जगह कम रेट है। आप के वहां थोड़ा टाइट चल रहा है। कहीं एक दिन का पांच सौ है तो कहीं पर तीन सौ रुपए में काम चल रहा है।

कांस्टेबल ड्राइवर- देखिए गाड़ी चलाना है तो इसमें हमारा पाक-साफ हिसाब है। 1500 लेते हैं तो साहब को देते हैं। पांच सौ रुपए में तीन आदमी हैं। दो आदमी हमारे हैं वो लोग कहां जाएंगे।

सेटिंगबाज - देखिए साहब एक बार बात कर लीजिए, यदि कम होने लायक हो तो करा दीजिए।

कांस्टेबल ड्राइवर- कोई फायदा नहीं है ना, हमको पता है क्या जवाब मिलेगा। सौ रुपया हमको मिलता है। मत दीजिए।

सेटिंगबाज- अच्छा सर 12 सौ रेट करा दीजिए।

कांस्टेबल ड्राइवर- नहीं हो पाएगाहम जहां रहे हैं मर्द की तरह रहे हैं। आप एक बार धोखा खाए हैं, हम बार-बार धोखा खाए हैं। काम करना है तो इतने रेट में कीजिए। इतनी बात होने पर अचानक किसी की तेज आवाज आती है। चल निकल भाग यहां से तुम हमारा जमीर ललकार रहे हो। इसके बाद वीडियो बंद हो जाता है।