- काले झोले में छुपाकर बसों में बेच रहे पानी

- पैडलेगंज बस स्टेशन पर छोटे बच्चे से लगाए बड़े इस धंधे में इनवॉल्व

<- काले झोले में छुपाकर बसों में बेच रहे पानी

- पैडलेगंज बस स्टेशन पर छोटे बच्चे से लगाए बड़े इस धंधे में इनवॉल्व

GORAKHPUR: GORAKHPUR: गोरखपुर के दोनों बस स्टेशनों पर पैसेंजर्स की हेल्थ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. हालत ये है कि बस स्टेशन पर कोई भी झोलाछाप पानी बेचता दिख जाएगा. इन बातों से बेखबर पैसेंजर्स भीषण गर्मी में गला तर करने के लिए किसी से भी पानी खरीद लेते हैं. इन अवैध वेंडर्स के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे इस काम में भी एरिया डिवाइड किए हुए हैं. इस बात की खबर बस स्टेशन के जिम्मेदारों को भी है, लेकिन न जाने क्यों वे इसमें इंट्रेस्ट नहीं लेते हैं. सूत्रों की मानें तो इसमें भी गोलमाल है.

पैसेंजर्स से ज्यादा लेते दाम

बस स्टेशन पर दिखने वाले अवैध वेंडर पैसेंजर्स से क्ख् रुपए वाली पानी की बोतल के ख्0 रुपए, क्भ् वाले चिप्स का ख्0 रुपए, फ्भ् वाली कोल्ड ड्रिंक्स के ब्0 रुपए तक वसूल रहे हैं. इसके बाद भी उसकी क्वालिटी कितनी अच्छी है इस पर भी प्रश्न उठता है. जल्दी के चक्कर में पैसेंजर्स अवैध वेंडरों से क्योरी नहीं करते हैं.

अवैध वेंडरों ने बांटा एरिया

अवैध कारोबार में लिप्त वेंडरों की संख्या काफी ज्यादा है जिसके कारण उन्होंने अपना एरिया तक बांट लिया है. अगर गलती से कोई दूसरे के एरिया में घुस गया तो दोनों में मारपीट तक हो जाती है. ऐसा आए दिन बस स्टेशन पर देखने को मिलता है.

बस में करते फ्री सफर

अवैध वेंडर सामानों को लादे हुए रोडवेज की बस में बड़े आराम से फ्री में सफर भी करते हैं. ड्राइवर और कंडक्टर की रोज सेवा करने की वजह से वे भी उन्हें कुछ नहीं बोलते. सबसे ज्यादा प्रॉब्लम ये पैसेंजर्स के लिए भी बनते हैं. इनके बीच में खड़े होकर सामान बेचने की वजह से वे एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा पाते हैं.

धंधे में लगे हैं छोटे बच्चे

एक तरफ छोटे बच्चों से काम करवाना कानूनी अपराध है. दूसरी तरफ बस स्टेशन पर दलाल खाना खिलाकर छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में झोला पकड़ा दे रहे हैं. झोले में पानी की बोतलें और कोल्ड ड्रिंक भी रखी रहती है, जिसे वे बसों के अंदर जाकर दलाल के बताए दाम पर बेचते हैं.

गंदी जगहों पर रखते पानी

बस स्टेशन के इर्द गिर्द दलाल गड्ढा खोदकर उसमें भी पानी रखते हैं. सूत्रों की मानं तो इनके पास जो भी पानी रहता है वो डुप्लीकेट होता है. जिसका दाम 8 से क्0 रुपए तक ही है. इसी का वे पैसेंजर्स से ख्0 रुपए वसूलते हैं.

वर्जन

इनको बार-बार स्टेशन से भगाया जाता है. इसके बाद भी ये आ जाते हैं. अब इनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

- केके तिवारी, एआरएम गोरखपुर डिपो