क्या है मामला
जानकारी है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान संसद भवन और पीटीवी की इमारत पर हमला करने के आरोप में जमानत लेने से इंकार कर रहे हैं. ‘डॉन’ के मुताबिक बुधवार को आतंकवाद निरोधी अदालत ने इमरान खान के खिलाफ सितंबर में हुए हमले में उनकी कथित भूमिका को लेकर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है.

क्या कहना है इमरान खान का
इस खबर को सुनने के बाद भी इमरान खान ने कहा है कि उन्होंने गिरफ्तारी वारंट की खुशखबरी सुनी है. इसके बाद वह यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि वह उस दिन सिर्फ कंटेनर में सो रहे थे. इसको लेकर पीटीआई प्रमुख ने भी बताया है कि सरकार ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, क्योंकि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पीटीआई की ओर से 30 नवंबर को इस्लामाबाद में होने जा रही जनसभा से खतरा है.

...तो होगा सबसे बड़ी जनसभा का आयोजन
इन स्थितियों में इमरान खान का कहना है कि अगर उन्हें गिरफ्तार किया जाता है तो 30 नवंबर को पाकिस्तान के इतिहास की सबसे बड़ी जनसभा का आयोजन किया जाएगा. इसको लेकर पीटीआई के नेता का कहना है कि उनके लिए जेल में रहना बेहद आसाना होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि वह पिछले तीन महीने से कंटेनर में रह रहे हैं. वहीं इमरान ने नवाज शरीफ को संबोधित करते हुए यह भी कहा, 'मैं आपको बता दूं कि आपको मेरी गिरफ्तारी की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.'

'सब कुछ है फिक्स मैच की तरह'
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जांच में अब यह साबित हो चुका है कि यह सबकुछ ‘फिक्स मैच’ की तरह ही था. इतना ही नहीं पीटीवी इमारत पर हमले में वहां के अंदर के लोग भी मिले हुए थे. इमरान ने बताया कि पीटीआई कार्यकर्ता हमले में शामिल नहीं थे, क्योंकि उन्होंने खुद समर्थकों से पीटीवी परिसर से बिल्कुल दूर रहने के लिए कहा था.

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