-सीडीओ ने अनिवार्य सेवानिवृति का सुनाया फरमान

- कार्रवाई की पहली गाज परिषदीय स्कूल के शिक्षक पर गिरी, बीएसए ने किया निलंबित

bareilly@inext.co.inBAREILLY : चुनावी ड्यूटी में लगाए शिक्षकों-कर्मचारियों को कोताही अब महंगी पड़ सकती है. सीडीओ ने बहानेबाजी पर सख्ती दिखाते हुए ऐसे कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृति देने के निर्देश दिए हैं. जिसकी पहली गाज शिक्षक रामसेवक पर गिराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को फरमान सुनाया. हालांकि एक वर्ष उम्र कम होने की वजह से शिक्षक को अनिवार्य सेवानिवृति तो नहीं मिली. लेकिन उन्हें बीएसए ने निलंबित कर दिया है. जिसके चलते शिक्षकों-कर्मचारियों में खलबली मच गई है.

50 वर्ष की आयु पूरी करने वाले दायरे में

दरअसल लोकसभा चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कर्मचारी एक से एक बहाने बना रहे हैं. इसी कड़ी में फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल बसावनपुर के प्रधान अध्यापक रामसेवक चुनाव ड्यूटी की जिम्मेदारी उठाने को तैयार नहीं हुए. खंड शिक्षाधिकारी की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि मिलने पर सीडीओ का पारा चढ़ गया. उन्होंने शिक्षक को लोकसभा निवार्चन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने का दोषी पाते हुए सख्त कदम उठाया. 50 वर्ष की आयु पूरी करने वाले शिक्षक को अनिवार्य सेवानिवृति देने की कार्रवाई करने के निर्देश बीएसए को दिए. जिस पर बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षक के सेवा अभिलेखों को खंगाला. लेकिन शिक्षक की उम्र 49 वर्ष थी. अफसर के फरमान पर बीएसए तनुजा त्रिपाठी ने शिक्षक को निलंबित करके प्राथमिक स्कूल केहरा में अटैच कर दिया.