आई एक्सक्लूसिव

-तलाक महल में एक नेता से मुलाकात की, माशूका को साथ ले जाने की फिराक में है

-चौदह महीने पहले पुलिस कस्टडी से हुआ था फरार, नए गेटअप के साथ ही गैंग में नए मेंबर्स की भर्ती

KANPUR : एक तरफ जिला प्रशासन और पुलिस शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए अपराधियों पर शिकंजा कसने का प्लान तैयार कर चुकी है। लेकिन शहर के मोस्ट वांटेड अपराधी रईस बनारसी की मौजूदगी ने पुलिस और प्रशासन के माथे पर बल डाल दिए हैं। चुनावी सरगर्मी के बीच बनारसी ने तलाक महल एरिया में बंद कमरे में एक नेता से भी मुलाकात की। लगभग एक घंटे तक उनकी बातचीत हुई। हालांकि उनके बीच क्या बात हुई, इस बारे में किसी को भी जानकारी नहीं है। इस मीटिंग के बाद रईस अगले दो दिन तक शहर में ही रुका रहा और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। वहीं एक बार फिर रईस की दस्तक से सिटी पॉलिटिक्स, अंडरव‌र्ल्ड और उसके दुश्मनों में हलचल मच गई है।

विधानसभा चुनाव में 'खेल' कर सकता है

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बनारसी भले ही पेशेवर अपराधी है, लेकिन उसके कई बाहुबली नेताओं से करीबी संबंध हैं। पुलिसिया जांच में भी इसकी पुष्टि हो चुकी है। तत्कालीन एक आईपीएस ने तो बाहुबली मुख्तार अंसारी से बनारसी के संबंध होने का दावा किया था। इस समय विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है। ऐसे वक्त पर बनारसी का ठिकाने से बाहर आना किसी के गले नहीं उतर रहा है। उसकी तलाक महल में एक नेता से मुलाकात करने से चर्चा और गरम हो गई है। इससे माना जा रहा है कि इस चुनाव में दबंग प्रत्याशी वोटर को डराने और धमकाने के लिए बनारसी का यूज कर सकते हैं।

न्यू लुक में रईस बनारसी

आई नेक्स्ट के हाथ लगी उसकी नई एक्सक्लूसिव पिक्चर में पुलिस से बचने के लिए बनारसी ने हेयर स्टाइल समेत कई बदलाव किए हैं। सोर्सेज के मुताबिक न्यू लुक के हिसाब से रईस ने मूंछ हटवाकर दाढ़ी बढ़ा ली है। अगर ऐसे में वो अचानक पुलिस के सामने आ जाए तो पुलिस भी उसे पहचान नहीं पाएगी।

चौदह महीने पहले हुआ था फरार

बनारसी चौदह महीने पहले पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था। उस पर हत्या, अपहरण, लूट जैसे कई संगीन मुकदमे हैं। जिसमें शानू हत्याकांड सबसे चर्चित केस है। बनारसी ने भाई के कत्ल का बदला लेने के लिए यह वारदात की थी। बनारसी ने मामा बिंद के साथ दिनदहाड़े कचहरी के पास शानू की हत्या की थी। इसके बाद वो दूसरे मामले में बेल कटवाकर जेल चला गया था। 23 अक्टूबर को बनारसी को पुलिस उसको दूसरी जेल में शिफ्ट कराने जा रही थी कि वो रास्ते में पुलिस को गच्चा देकर निकल गया। इसके बाद वो करीब छह महीने तक ढकनापुरवा में नाम और पहचान बदलकर रहा, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। आई नेक्स्ट ने ही उसकी शहर में मौजूदगी की खबर छापकर पुलिस को क्लू दिया था। इसके बाद बनारसी की पुलिस से मुठभेड़ भी हुई, लेकिन पुलिस उसको पकड़ नहीं पाई, बल्कि वो उनको गच्चा देकर निकल गया।

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पुरानों से किनारा, गैंग में नए गुर्गे

शहर समेत पूरे यूपी की पुलिस बनारसी को पकड़ने के लिए उसके गुर्गो पर नजर रखे हैं। पुलिस और एसटीएफ को जब बनारसी की शहर में लोकेशन मिलती है तो पुलिस उसके गुर्गो को उठाकर पूछताछ करती है, लेकिन बनारसी उनसे एक कदम आगे है। उसने पुलिस से बचने के लिए पुराने गुर्गो से किनारा कर लिया है। सोर्सेज के मुताबिक उसने नया गैंग खड़ा कर लिया है। जिसमें उसने नए बदमाशों को शामिल किया है। जिसमें ज्यादातर बदमाश नई उम्र के हैं और उनका पुलिस रिकॉर्ड भी नहीं है।

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माशूका से मिलने आता है

मोस्ट वांटेड बनारसी कानपुर का ही रहने वाला है, लेकिन भाई की हत्या होने पर वो बनारस चला गया था। इसलिए उसको रईस बनारसी कहा जाता है। सोर्सेज की माने तो शहर में उसकी माशूका रहती है, वो अक्सर उससे मिलने आता है। करीब एक साल पहले पुलिस को माशूका के घर में ही उसकी लोकेशन मिली थी, लेकिन पुलिस के दबिश के पहले ही वो निकल गया था। अब उसकी माशूका ने भी ठिकाना बदल दिया है। सोर्सेज की माने तो वो शहर के साउथ इलाके में ही रह रही है, लेकिन साउथ में वो कहां रह रही है, ये सिर्फ बनारसी के चुनिन्दा गुर्गो को ही मालूम है। सोर्सेज की माने तो इस बार बनारसी माशूका को अपने साथ ले जाने की फिराक में है। इस बार उसने यहां आकर सारा इंतजाम कर लिया है। अब वो सिर्फ उसको ले जाने के लिए वापस आएगा।

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पहाड़ी की बेल से िमलेगी ताकत

बनारसी बेहद खूंखार क्रिमिनल है और उसका पहाड़ी से पुराना दोस्ताना रहा है। बनारसी ने पहाड़ी के लिए भी कुछ काम किए हैं। बनारसी के फरार होने और पहाड़ी का उसी मुकदमे (जो बनारसी ने अन्जाम दिया था) में बरी हो जाने को एक ही नजर से देखा जा रहा है। अगर इस समय पहाड़ी जेल से बाहर आ जाता है तो बनारसी बेहद ताकतवर हो जाएगा। इसके बाद वो शहर के अंडरव‌र्ल्ड पर आसानी से कब्जा जमा सकते हैं।