केप टाउन (आईएएनएस)। रिषभ पंत गुरुवार को न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड में तीसरे टेस्ट में भारत की दूसरी पारी के दौरान दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज बन गए। वह दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट शतक लगाने वाले एशिया के पहले विकेटकीपर-बल्लेबाज भी बने। पंत ने एक पिच पर अकेली लड़ाई लड़ी जो बल्लेबाजों के लिए अपना चौथा टेस्ट शतक बनाना मुश्किल था। 133 गेंदों में नाबाद 100 रन के साथ, पंत अब इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और अब दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं।

पंत ने तोड़ा धोनी का रिकाॅर्ड
पंत से पहले पूर्व कप्तान एमएस धोनी का 2010/11 के दौरे में सेंचुरियन में 90 रन दक्षिण अफ्रीका में किसी भारतीय विकेटकीपर द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर था। मगर पंत ने शतक लगाकर धोनी का रिकाॅर्ड भी तोड़ दिया। पंत तब क्रीज पर आए थे जब भारत का स्कोर 58/4 था। उन्होंने विराट कोहली के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 94 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। जब भी ढीली गेंद आई, पंत रन बनाने से नहीं चूके।

भारत की उम्मीदों को रखा जिंदा
इस पारी में जहां उन्होंने नियंत्रण और आक्रामकता का मिश्रण किया, पंत ने भारत की बढ़त को 200 के पार ले जाने का काम किया। पंत के शतक ने क्रिकेट जगत को आलोचनाओं का सामना करने के आठ दिन बाद ही चौंका दिया। जोहान्सबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में एक लापरवाह शॉट खेलते हुए। उनकी पारी का ऐसा प्रभाव था कि महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी ऑन-एयर कहा, 'यहां तक ​​कि मैं भी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक की सराहना करने के लिए खड़ा हूं'। भारत, अब केप टाउन टेस्ट और श्रृंखला जीतने के लिए 212 रनों का बचाव कर रहा है। उम्मीद है कि पंत की शानदार पारी बेकार नहीं जाएगी।

Cricket News inextlive from Cricket News Desk