(1) National Security Guard :-
National Security Guard (NSG) इंडिया की सबसे प्रमुख सिक्योरिटी फोर्स है। इसका काम टेररिस्ट एक्टीविटी को रोकना और राज्य में हो रहे इंटरल डिस्टरबेंस को संभालना होता है। यह फोर्स नेशनल लेवल पर वर्क करती है। इसे NSG, ब्लैक कैट या फिर कमांडो के नाम से जाना जाता है। 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद NSG की स्थापना की गई। इस ऑपरेशन में गोल्डेन टेंपल को काफी नुकसान हुआ था। जिसके चलते भारत सरकार ने ऐसी किसी भी गतिविधि से निपटने के लिए ब्लैक कैट कमांडो का गठन किया। वहीं 25 अप्रैल 1993 को इंडियन एयरलाइंस बोइंग 737 के हाईजैक के बाद NSG ने ऑपरेशन अश्वमेध चलाकर हाईजैकर्स को पकड़ा। NSG हर समय देश की सुरक्षा में खड़ी रहती है। मुंबई अटैक या फिर हैदराबाद बम ब्लॉस्ट, इन सभी में NSG ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
(2) Special Frontier Force :- इस स्पेशल फोर्स का गठन 1962 में हुआ था। उस दौरान सीनो-इंडियन वार को लेकर इस फोर्स ने चाइनीज लाइन पर एक ऑपरेशन चलाया था। इसके सोल्जर काफी जाबांज और हिम्मती होती हैं। इसके अलावा यह फोर्स भारतीय खुफिया एजेंसी RAW के अंडर में भी काम करते हैं। रॉ के डायरेक्टर जनरल इसके चीफ होते हैं। इसका हेड ऑफिस उत्तराखंड के चकार्ता में है। यह फोर्स भारतीय सीमाओं की सुरक्षा में हमेशा अग्रसर रहती है।
(3) Garud :- यह इंडियन एयरफोर्स की एक स्पेशल फोर्स यूनिट है। जिसका गठन 2004 में किया गया था। इसका नाम एक हिंदू मॉयथोलॉजिकल बर्ड (गरुड़) के नाम पर रखा गया। यह Direct Action, Airfield Seizure, Special Reconnaissance, Airborne Operations, Air Assault, Special Operations, Combat Search और Rescue ऑपरेशन के लिए जानी जाती है। टेररिस्ट के छुपे होने की जगह पता लगाकर यह फोर्स उन पर हवा से ही प्रहार करती है। वैसे इसके सभी ऑपरेशन सीक्रेट रहते हैं। वहीं यह फोर्स यूएन पीस में कांगो की तरह वर्क करती है।
(4) Para commando :- पैरा कमांडो इंडियन आर्मी का एक हिस्सा है। आर्मी की 7 मेजर यूनिट हैं, जिसमें कि पैराशूट रेजीमेंट काफी बड़ी है। यह टीम special operations, direct action, hostage rescue, counter-terrorism, unconventional warfare, special reconnaissance, foreign internal defense, counter-proliferation, counter-insurgency, seek और destroy and personnel recovery जैसे ऑपरेशन के लिए जानी जाती है। इसका गठन 1966 को किया गया था। इंडियन आर्मी में इसका काफी अहम रोल है। 1971 में भारत-पाकिस्तान का युद्ध हो या फिर 1984 का ऑपरेशन ब्लू स्टार, इन पैरा कमांडोज ने काफी बड़े-बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
(5) MARCOS marine commandos :- यह इंडियन नेवी की प्रमुख सेल है। पहले इसका नाम Marine Commando Force (MCF) हुआ करता था। यह Amphibious warfare, Counter-terrorism, Direct action, Special reconnaissance, Unconventional warfare, hostage rescue, Personnel recovery, Asymmetric warfare, Counterproliferation जैसे ऑपरेशन को अंजाम देता है। इसका गठन 1987 में किया गया था। यह लगभग यूएस की नेवी SEAL से मिलती-जुलती है। 26/11 हमले में इसका काफी योगदान रहा। 1988 में मालदीव पर चलाए गए ऑपरेशन में इसका अहम रोल था। जिसको ऑपरेशन 'कैक्टस' नाम दिया गया था।
(6) Special Protection Group :- इस स्पेशल फोर्स का गठन 1988 में किया गया था। इसका मुख्य काम पीएम, फॉर्मर पीएम और उनकी फैमिली को सुरक्षित रखना होता है। इसके अलावा कई वीवीआईपी पर्सन की सुरक्षा का जिम्मा इनके ही कंधों पर होता है। इनके कमांडोज कई अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं।
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