300 मीटर के दायरे में हुए ब्लास्ट, एक जिंदा बम भी मिला, दो लोग इस हादसे में घायल हुए। महाराष्ट्र के पुणे शहर में बुधवार की रात हुए छह धमाकों ने देश में एक बार फिर दहशत का माहौल बना दिया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ये धमाके कम तीव्रता के थे। इनमें दो व्यक्तियों के घायल होने की खबर है। खास बात यह है कि बुधवार की सुबह ही सुशील कुमार शिंदे ने देश के होम मिनिस्टर के रूप में चार्ज संभाला ही था कि रात में उन्हें धमाकों के रूप में यह सलामी दी गई।

कम तीव्रता के धमाके

बताया जा रहा है कि जेएम रोड पर हुए सभी धमाके 300 मीटर के दायरे में हुए हैं। करीब आठ बजकर बीस मिनट पर हुए इन ब्लास्ट के बाद पुलिस और एटीएस की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गईं। दिल्ली और मुंबई से एनआईए की टीम को भी बुला लिया गया। अधिकारियों का कहना है कि सभी धमाके कम तीव्रता के थे। महाराष्ट्र के एडीशनल डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) सतपाल सिंह  ने चार ब्लास्ट्स की पुष्टि करते हुए कहा कि तीन धमाके जहां साइकिल में रखे सामान में हुए वहीं एक धमाका पेस्ट्री के डिब्बे में हुआ। पांचव ब्लास्ट एक मॉल के पास हुआ. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

कहीं शरारत तो नहीं

बता दें कि बुधवार को ही नवनियुक्त होम मिनिस्टर सुशील कुमार शिंदे को पुणे जाना था, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा स्थगित कर दी है। पुलिस का कहना है कि उनके पास चार छोटे-छोटे धमाकों की जानकारी है। पुलिस इसे स्थानीय लोगों की शरारत मान रही है। पुलिस कमिश्नर ने धमाकों में किसी आंतकी संगठन का हाथ होने की संभावना से फिलहाल इंकार किया है। पुलिस के मुताबिक धमाके पेंसिल सैल से हुए और इनमें घातक एक्सप्लोजिव्स का इस्तेमाल नहीं किया गया है।

14 शहरों में हाई अलर्ट

धमाकों की जानकारी होते ही राजधानी दिल्ली की सीमाएं सील कर दी गईं। इसके साथ ही 14 शहरों में हाई अलर्ट भी जारी कर दिया गया। गवर्नमेंट ने किसी भी आतंकी घटना की आशंका को देखते हुए एनएसजी को भी अलर्ट कर दिया है। बता दें कि 13 फरवरी 2010 में पुणे के ओशो आश्रम के पास स्थित जर्मन बेकरी में भी ब्लास्ट हुआ था। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई और 45 लोग जख्मी हो गए थे।

कोई सुराग नहीं

इतने घण्टों की लगातार कोशिश के बावजूद पुलिस अब तक खाली हाथ है। र्सोसेज के अकॉर्डिंग अब तक कोई क्लू नहीं मिला है कि आखिर इन ब्लास्ट के पीछे किसका हाथ है और उसका मकसद क्या है। यह भी पता चला है कि अब तक हुई इंक्वायरी के हिसाब से जिस इंजर्ड पर्सन को कस्टडी में लेकर पुलिस क्वेश्चन कर रही है उससे भी इस बारे में कोई इंफार्मेशन नहीं मिल सकी है.पूरी सिटी में करीब 16 सीसी टीवी कैमरे लगे हैं पर र्सोसेज की माने तो सबके सब खराब पड़े हैं।

नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी यानि एनआईए, नेशनल सिक्योरिटी गार्डस और सेंट्रल फोरन्सिक सांइस लेबोरेटरी टीम्स कल रात ही पुणे पहुंच चुकी हैं लेकिन इनमे से किसी को भी ऐसी कोई कंफर्म लीड नहीं मिल सकी है जिससे इन ब्लास्ट पर फानल डिसीजन लिया जा सके कि यह इस पट्टीकुलर वजह से किए गए हैं।

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