नई दिल्ली (एएनआई)। पाकिस्तान ने पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस दे दिया है। भारत ने पाक के ऑफर को स्वीकार भी कर लिया है। अब पाकिस्तान में तैनात भारतीय राजदूत गौरव अहलूवालिया जल्द ही जाधव से मुलाकात करेंगे। सरकारी सूत्रों ने कहा है कि भारत को उम्मीद है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) के आदेशों को ध्यान में रखते हुए मीटिंग के लिए एक स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल सुनिश्चित करेगा। बता दें कि भारत पिछले तीन सालों से पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव को कांसुलर एक्सेस देने की मांग कर रहा है। भारत कांसुलर एक्सेस नहीं मिलने पर इस मामले को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में लेकर चला गया। कोर्ट ने भारत के पक्ष में फैसला सुनाया। ICJ में जीत के बाद भारतीय अधिकार आज पाकिस्तान में जाधव से मुलाकात कर पाएंगे।

पाक विदेश मंत्रालय ने किया ट्वीट

पाकिस्तान ने रविवार को कहा था कि वह पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी को कांसुलर एक्सेस प्रदान करेगा। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, 'कुलभूषण जाधव को सोमवार 2 सितंबर, 2019 को कांसुलर एक्सेस दिया जा रहा है। यह निर्णय वियना कन्वेंशन, आईसीजे (इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस) के फैसले और पाकिस्तान के कानूनों को ध्यान में रखकर लिया गया है।' बता दें कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने 17 जुलाई को अपने फैसले में जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी और पाकिस्तान को निर्देश दिया कि वह बिना किसी देरी के भारत को इस मामले में राजनयिक पहुंच प्रदान करे और जाधव की सजा पर प्रभावी तरीके से पुनर्विचार करे।



आईसीजे में पहुंच गया था भारत
पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव को अप्रैल 2017 में पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी, जिसके खिलाफ भारत आईसीजे में पहुंच गया था। पाकिस्तान का कहना था कि मार्च 2016 में बलुचिस्तान प्रांत से जाधव को ईरान से देश में प्रवेश करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। आईसीजे को दिए रिपोर्ट में पाकिस्तान ने कहा था कि जाधव एक सामान्य व्यक्ति नहीं है क्योंकि वह बलूचिस्तान के रस्ते जासूसी के इरादे से देश में घुसा था। हालांकि, भारत पाकिस्तान के सभी आरोपों को मानने से इनकार कर देता है।

 

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