ऐसी है जानकारी
गौरतलब है कि पिछली बार भी जब भारत और पाकिस्तान के बीच सचिव स्तर की बातचीत होने वाली थी, तब पाकिस्तान ने अलगाववादियों से बात की थी। उसके बाद भारत ने इस वार्ता को रद्द कर दिया था। सूत्रों से मिली जानकारी पर गौर करें तो कट्टरपंथी कश्मीरी पृथ्कतावादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी अजीज से मिलेंगे। इनके अलावा मीरवाइज उमर फारूक जैसे अन्य पृथ्कतावादी नेताओं को भी पाकिस्तान मिशन की ओर से अजीज के सम्मान में दिए जाने वाले भोज में आमंत्रित किया गया है। इन सबके साथ ये तय है कि अब भारत इस बारे में शाम तक अपने रुख को साफ कर देगा।

होने वाली है बैठक
बताते चलें कि नई दिल्ली में भारत व पाकिस्तान के बीच अगले हफ्ते राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक होने वाली है। उससे पहले पाक उच्चायोग ने कश्मीरी अलगाववादियों को सरताज अजीज से विचार विमर्श करने के लिए यहां बुलाया है। पाकिस्तान उच्चायोग की ओर से हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों हिस्सों के अध्यक्षों समेत अलगाववादी नेताओं को वहां आमंत्रित किया गया है। इनमें से गिलानी के नेतृत्व वाले धड़े के प्रवक्ता अय्याज अकबर ने बताया है कि अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज से बातचीत करने के लिए बुलाया गया है।

स्वीकार किया जाएगा आमंत्रण को
अब कुल मिलाकर हुर्रियत कांफ्रेंस की बैठक में आमंत्रण को स्वीकार करने का फैसला लिया जाएगा। इसको लेकर अकबर ने बताया कि वह पाकिस्तान के कदम का पूरी तरह से स्वागत करते है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने जोर दिया है कि कश्मीर मुद्दे के बिना भारत से अन्य किसी मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं होगी। अजीज के भारत दौरे के दौरान मीरवाइज उमर फारूक की अगुवाई वाले उदारवादी धड़े को भी उनसे मिलने के लिए आमंत्रित किया गया है।

प्रवक्ता ने बताया
ऐसे में मीरवाइज के नेतृत्व वाले धड़े के प्रवक्ता ने बताया कि वे लोग इस मुद्दे पर ही फैसला लेने के लिए बैठक का आयोजन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच पिछले महीने की मुलाकात के बाद भारत ने नई दिल्ली में 23-24 अगस्त को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अजीज की बैठक का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद भारत के आग्रह पर दोनों देश 10 जुलाई को उफा में मिले और उन्होंने आग्रह किया कि दोनों एनएसए दिल्ली में मिलेंगे।

इन मुद्दों पर बातचीत के लिए मिलेंगे पहली बार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाक समकक्ष नवाज शरीफ के बीच पिछले माह रूस के उफा में हुई बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार डोभाल और अजीज 23 अगस्त को आंतकवाद से जुड़े मुद्दों पर बातचीत के लिए पहली बार मिलेंगे। अपेक्षित है कि भारत पंजाब के गुरुदासपुर और जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हाल में हुए हमलों को रेखांकित करते हुए पाकिस्तान से संचालित किए जाने वाले आतंकवाद के पुख्ता सबूत पेश करेगा।

ऐसी भी है संभावना
संभावना है कि भारत इस बात का सबूत दे सकता है कि पंजाब के गुरदासपुर में हमला करने वाले तीन आतंकी पाकिस्तान से आए थे। ऊधमपुर में जिंदा पकड़ा गया आतंकी मोहम्मद नावेद याकूब पाकिस्तानी नागरिक है। सूत्रों से मिली जानकारी पर गौर करें तो अजीज के साथ अपनी बातचीत के दौरान डोभाल 1993 के मुंबई धमाकों के मुख्य आरोपी दाऊद को सौंपने व मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं हाफिज सईद व जकीउर रहमान लखवी को सजा सुनिश्चित करने के लिए सुनवाई को तेज करने के लिए दबाव बना सकते हैं। इसी के साथ उधमपुर में बीएसएफ जवानों को ले जा रही एक बस पर आतंकी हमला करने वाले पाकिस्तानी हमलावरों में शामिल एक पाकिस्तानी नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा से संबंद्ध मोहम्मद नावेद याकूब की गिरफ्तारी के चलते भारत इस संबंध में अपनी बात ज्यादा मजबूती से रख सकेगा।

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