इंटेलिजेंस टेस्ट है बेहद जरूरी

रोहन पांच साल से मेडिकल की परीक्षा दे रहा है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही थी. उसके लगभग सभी दोस्तों का मेडिकल में चयन हो चुका है, जिस वजह से वह और भी परेशान रहने लगा था. ऐसा नहीं था कि उसका इस फील्ड में इंट्रेस्ट नहीं था. वह मन लगाकर पढ़ता था. बचपन से ही वह डॉक्टर बनना चाहता था. बार-बार असफल होने पर रोहन के पेरेंट्स उसे दिल्ली के एक बड़े करियर काउंसर के पास ले गए, जहां मोटी फीस के बदले काउंसलर ने उसका इंटेलिजेंस टेस्ट लिया. टेस्ट के रिजल्ट में काउंसलर ने बताया कि रोहन मेहनत बहुत करता है, लेकिन जो इंटेलिजेंसी मेडिकल प्रोफेशन में सक्सेसफुल होने के लिए चाहिए, वह उसमें नहीं है. काउंसलर ने यह भी बताया कि कई ऐसी फील्ड हैं, जहां रोहन बहुत अच्छा परफॉर्म कर सकता है. उन्होंने पेरेंट्स को रोहन के बारे में डीटेल में बताया कि उसमें कहां कमी है और उसका कौन-सा एरिया स्ट्रॉन्ग है. रोहन और उसके पेरेंट्स ने तय कर लिया कि उसे अब कंप्यूटर की फील्ड में जाना है. कंप्यूटर में रोहन का इंट्रेस्ट भी था. महज दो साल की मेहनत के बाद रोहन आज अमेरिका स्थित एक इंटरनेशनल कंपनी में सक्सेसफुल कंप्यूटर प्रोफेशनल है.

पहचानें अपना इंटेलिजेंस

रोहन को तो समय पर काउंसिलिंग मिल गई, इसलिए उसने सही रास्ता चुन लिया, लेकिन देश में ऐसे लाखों-करोड़ों युवा हैं, जिन्हें समय रहते अपने इंट्रेस्ट का तो पता हो जाता है, लेकिन इंटेलिजेंस का पता नहीं चलता.  इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट स्टूडेंट्स की उन्हीं मुश्किलों को आसान करता है और इस टेस्ट का रिजल्ट हर स्ट्डेंट के लिए एक काउंसिलिंग की तरह होता है.

30 अप्रैल को है परीक्षा

इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट 2015 (आईआईटी) जागरण समूह और सिगरिड एजुकेशन सर्विसेज की पहल है. इस साल देश के 8 राज्यों के 62 शहरों में यह टेस्ट आयोजित हो रहा है. स्टूडेंट्स 15 अप्रैल तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं. 30 अप्रैल को यह परीक्षा होनी है.

इंट्रापर्सनल इंटेलिजेंस

जो इंडिविजुअल्स इंट्रापर्सनल इंटेलिजेंस को बिलॉन्ग करते हैं वह खुद से ज्यादा कनेक्टेड रहते हैं. इस इंटेलिजेंस टाइप के लोग रिजर्व नेचर के होते हैं और अपने पीयर से ज्यादा एडमायर होते हैं. इन्हें अपनी वीकनेसेज और स्ट्रेंथ्स का आइडिया होता है. ऐसे लोग बोलकर अपनी फीलिंग्स को बताने के बजाय आर्ट, ड्रामा, म्यूजिक, राइटिंग के थ्रू खुद को एक्सप्रेस करते हैं. अपनी करियर ग्रोथ को लेकर यह लोग काफी डिटरमिंड होते हैं.

इंट्रेस्‍ट और इंटेलिजेंस का मैच होना जरूरी

Characteristics of Intrapersonal

Self-awareness

इंट्रापर्सनल इंटेलिजेंस वाले इंडिविजुअल्स सेल्फ-अवेयर्ड होते हैं यानी कि इनमें अपने मूड्स, इमोशंस को समझने की एबिलिटी होती है. इन्हें पता होता है कि इनके मूड्स दूसरों को इफेक्ट करते हैं.

Self-regulation

ऐसे लोग कुछ भी करने का डिसीजन काफी सोच-समझकर लेते हैं. इन्हें अपने मूड्स को कंट्रोल करना और उन्हें रिडायरेक्ट करना अच्छे से आता है. यह अपने जजमेंट्स पर पूरी तरह से अमल करते हैं.

Empathy

इंट्रापर्सनल इंटेलिजेंस वाले लोग जितना खुद को समझते हैं उतना ही वह दूसरों के इमोशंस को भी समझते हैं.

Motivation

यह अपने काम को पैसे और स्टेटस से कंपेयर नहीं करते हैं. ये इंडिविजुअल्स अपने गोल्स को पूरी एनर्जी और परसिस्टेंस के साथ अचीव करते हैं.

Social skills

यह लोग सोशल होते हैं. इनमें नेटवर्क और रिलेशनशिप बिल्ड करने की अच्छी एबिलिटी होती है. दूसरे लोग इनकी इसी स्किल से काफी इंप्रेस्ड रहते हैं.

FAQs

इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट 2015 का पेपर पैटर्न और टेस्ट ड्यूरेशन क्या होगी?

इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट दो सेक्शंस में डिवाइडेड होगा जिसमें पहला सेक्शन एप्टिट्यूड टेस्ट और दूसरा सेक्शन मल्टीपल इंटेलिजेंस टेस्ट का होगा. एप्टिट्यूड टेस्ट में 100 क्वेश्चंस होंगे और मल्टीपल इंटेलिजेंस सेक्शन में 40 क्वेश्चंस होंगे.  6 से 11 क्लास तक से स्टूडेंट्स से जीके, लॉजिकल रीजनिंग, मेंटल एबिलिटी, मैथ्स और साइंस के क्वेश्चंस पूछे जाएंगे, वहीं 12वीं क्लास के साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स को फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स या बायोलॉजी और लॉजिकल रीजनिंग के क्वेश्चंस को आंसर करना होगा. टेस्ट की ड्यूरेशन 120 मिनट होगी.

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