कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे यानी कि अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस 20 मार्च को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस का उद्देश्य सभी के लिए खुशी लाना है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य जीवन के बारे में दृष्टिकोण को बदलना है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि जीवन में न केवल आर्थिक विकास आवश्यक है बल्कि खुशी बढ़ाना भी बहुत जरूरी है।

थीम

हर साल अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस की थीम बदलती है। इस साल इसकी थीम कोविड-19 को ध्यान में रखकर तैयार हुई है। इस साल का विषय- शांत रहिए, दयालु रहिए और बुद्धिमान रहिए रखा गया है। इसका मतलब है कि दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दाैर से गुजर रही है। इसलिए इस दाैर में इस थीम को लाइफ में अपनाना बहुत जरूरी है।

इतिहास

संयुक्त राष्ट्र ने भूटान की पहल पर 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस घोषित हुआ था। पहला अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस 2013 में मनाया गया था। भूटान एकमात्र ऐसा देश है जो अपनी जीडीपी वृद्धि के लिए हैप्पीनेस के लेवल को काउंट करता है। भूटान ने 20 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था ताकि परिवार के सदस्य एक साथ रह सकें।

महत्व

भूटान सरकार ने प्रत्येक देशवासी को यह सोचने की अनुमति दी है कि जीवन में खुशी प्राप्त करने के लिए क्या आवश्यक है। ऐसे में यह खास दिन हर साल विश्व भर में खुशी के महत्व को समझने हेतु मनाया जाता है। इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र ने समावेशी और सतत मानव विकास के लिए प्रतिबद्धता को दोहराने और दूसरों की मदद करने की अपील की थी।

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