नई दिल्ली (एएनआई)। 16 अप्रैल को हुई जहांगीरपुरी हिंसा के मद्देनजर रखते हुए सोमवार को दिल्ली पुलिस और अमन कमेटी ने शांति मार्च निकाला। पुलिस ने कहा कि "अमन समिति ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों/गलत सूचनाओं को फैलाने और उन पर भरोसा नहीं करने और शरारती गतिविधियों की रिपोर्ट करने की अपील की।"जहांगीरपुरी हिंसा घटना के सिलसिले में अब तक कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही दो नाबालिग को भी गिरफ्तार किया गया है।

समुदाय और धर्म के हटकर की जाएगी कार्रवाई

दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बात करते हुए आश्वासन दिया कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उनके वर्ग, समुदाय और धर्म के हटकर कार्रवाई की जाएगी। हिंसा में दो मुख्य आरोपियों अंसार और असलम को आज दिल्ली की अदालत ने बुधवार तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था। घटना के चार अन्य नए आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एक दिन पहले, अदालत के सामने प्रस्तुत करने के दौरान दिल्ली पुलिस ने यह आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी अंसार और असलम को 15 अप्रैल को 'शोभा यात्रा' के बारे में पता चला और फिर उन्होंने यह "साजिश" रची।

दो समूहों के बीच हो गया था विवाद

आगे दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा कि उन्हें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करनी होगी। इससे पहले, 16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी में एक धार्मिक जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच विवाद हो गया था। जिसमें आठ पुलिस कर्मियों और एक नागरिक सहित नौ लोग घायल हो गए थे।

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