डॉ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिर्विद्)। Aaj Ka Janmashtami Panchang 18 August 2022: जानें गुरुवार का पंचांग, जिसमें दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल व गुलिक काल की वास्तविक स्थिति विस्‍तार से ज्ञात होगी।
18 अगस्त 2022 दिन- गुरुवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:34:00
*सूर्यास्तः- सायं 06:26:00

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2079
शक संवतः- 1944
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- वर्षा ऋतु
मासः- भाद्रपद माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष

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तिथिः- सप्तमी तिथि 21:22:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है।
नक्षत्रः- भरणी 23:36:00 तक तदोपरान्त कृतिका नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं।
योगः- वृद्धि 20:40:00 तक तदोपरान्त ध्रुव

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:08:00 A.M बजे से 10:46:00A.M बजे तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- राहु काल 02:03:00 P.M बजे से 03:41:00 PM तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”