प्रयाग व्यापार मंडल के महासम्मेलन में गिनाई गई खामियां, व्यापारियों की गिरफ्तारी का नियम हटाने की मांग

जीएसटी तभी मंजूर जब एक पंजीकरण, एक रिटर्न और एक कर निर्धारण की व्यवस्था हो

<प्रयाग व्यापार मंडल के महासम्मेलन में गिनाई गई खामियां, व्यापारियों की गिरफ्तारी का नियम हटाने की मांग

जीएसटी तभी मंजूर जब एक पंजीकरण, एक रिटर्न और एक कर निर्धारण की व्यवस्था हो

ALLAHABAD:

ALLAHABAD:

गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स यानी जीएसटी का व्यापारी समर्थन करते हैं, लेकिन तब जब इसमें एक पंजीकरण, एक रिटर्न और एक कर निर्धारण की व्यवस्था की जाए। दो या दो से अधिक जगह पंजीकरण या टैक्स जमा करने और व्यापारियों की गिरफ्तारी का आदेश जब इसमें से हटाया नहीं जाता व्यापारी इसे नहीं मानेंगे। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। शनिवार को प्रयाग व्यापार मंडल के महासम्मेलन में व्यापारियों ने आंदोलन का ऐलान किया।

ये तो नाइंसाफी है

महासम्मेलन का शुभारंभ उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल, विजय अरोरा व रमेश अग्रहरि ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कंछल ने कहा कि सरकार ने व्यापारियों को गुमराह करते हुए जीएसटी बिल प्रस्तावित किया है, इसमें कई खामिया हैं। जीएसटी के प्रस्तावित कानून में केंद्रीय जीएसटी और प्रांतीय जीएसटी में दो जगह व्यापारियों को पंजीकरण कराना पड़ेगा। दोनों जगह रिटर्न भी देना होगा। कर निर्धारण भी दो जगह होगा। यह काफी मुश्किल काम होगा। कनाडा और आस्ट्रेलिया जैसे देशों की तरह यहां भी एक पदीय व्यवस्था लागू हो।

क्या व्यापारी अपराधी हैं

उन्होंने कहा कि जीएसटी की विभिन्न धाराओं में छह महीने, क्ख् महीने व पांच साल तक की जेल की सजा का प्रावधान कर इसे गैर जमानती अपराध बनाया गया है। यही नहीं अधिकारियों को किसी भी आलमारी, बॉक्स या परिसर का ताला तोड़ कर जांच व सील करने का अधिकार दिया गया है। इससे मनमानी बढ़ जाएगी। क्योंकि व्यापारी केवल व्यापारी हैं कोई अपराधी नहीं।

भाजपा व्यापारियों की दुश्मन नहीं

व्यापारी एवं भाजपा नेता विजय मिश्रा ने कहा कि भाजपा व्यापारियों की दुश्मन नहीं है। जीएसटी से व्यापार बढ़ेगा, विभागों और प्रशासन की मनमानी पर रोक लगेगी। विशाल मोहन ने जीएसटी पर चर्चा से पहले इलाहाबाद में कॉमर्शियल बिल्डिंगों का टैक्स पांच गुना बढ़ाए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों में कॉमर्शियल भवनों का टैक्स पांच गुना नहीं बल्कि दोगुना है। फिर इलाहाबाद में ही टैक्स पांच गुना क्यों किया गया है।

बनवारी लाल कंछल ने व्यापारियों से अपील की कि जीएसटी के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करेंगे तभी सरकार को व्यापारियों की ताकत का अंदाजा होगा। इस मौके पर अरुण केसरवानी, जिला पंचायत सदस्य सुधीर साहू, सुहैल अहमद, आशीष केसरवानी, मो। कादिर, मो। अकरम, ओमप्रकाश अग्रहरि, विजय वैश्य, सरदार जितेंद्र सिंह, अनीता जायसवाल, सरदार अजीत सिंह, इरशाद उल्लाह आदि मौजूद रहे।

व्यापारियों की मांग

एक पंजीकरण, एक रिटर्न और एक कर निर्धारण का नियम हो

ख्भ् लाख वार्षिक टर्न ओवर वाले व्यापारी जीएसटी से मुक्त रखे जाएं

पंजीयन आनलाइन और मैनुअल दोनों हो

रिवाइज्ड रिटर्न देने की व्यवस्था हो

मासिक व त्रैमासिक एक रिटर्न भरने का कानून बने

आनलाइन पेमेंट व मैनुअल पेमेंट दोनों व्यवस्था रखी जाए

ब्याज की दरें बैंक की ब्याज दरों के बराबर रखी जाएं

भ्00 रुपये से कम का भी रिफंड व्यापारी को दिया जाए

अधिकारियों द्वारा सर्च और सीजर के अधिकारों को सीमित किया जाए

अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को गिरफ्तार करने की व्यवस्था समाप्त हो

व्यापारियों को जेल भेजने के सभी नियम समाप्त किए जाएं

दैनिक जुर्माने की व्यवस्था समाप्त की जाए

रिटर्न विलंब शुल्क समाप्त किया जाए

पूरे देश में एक रेट एक कानून हो

छोटे व्यापारियों के लिए समाधान योजना भी लागू हो

केंद्र और प्रदेश सरकारों के सभी कर समाप्त किए जाएं

ट्रेड समाधान योजनाएं भी लाई जाएं

आईजीएसटी की व्यवस्था समाप्त की जाए

जीएसटी की दरें क्भ् प्रतिशत से अधिकतम हों

सभी प्रकार के रोड परमिट व फार्म समाप्त किए जाएं

स्पेशल औद्योगिक टैक्स छूट बनी रहनी चाहिए

वर्तमान स्टॉक जीएसटी से मुक्त रहे

रिफंड की व्यवस्था की जाए

स्टॉक रजिस्टर की बाध्यता को समाप्त किया जाए

माल वापसी की दशा में एडजस्टमेंट की व्यवस्था बनाई जाए

जीएसटी के सफल संचालन के लिए प्रशिक्षण व्यवस्था की जाए

जीएसटी देने वाले व्यापारियों के लिए मुफ्त पढ़ाई, मुफ्त दवाई की व्यवस्था की जाए

प्रत्येक जीएसटी दाता व्यापारी का दस लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कराया जाए

जीएसटी दाता व्यापारियों को पेंशन देने का नियम बनाया जाए

प्रति वर्ष प्रत्येक जनपद में जीएसटी दाता उद्यमियों, व्यापारियों को सम्मानित किया जाए