-एमजीएम हॉस्पिटल में जाना बच्ची का हाल, ममता लुटाने की जताई ख्वाहिश

-सोमवार को स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के टॉयलेट में मिली थी नवजात बच्ची

-एमजीएम सुपरिंटेंडेंट ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर आने को कहा

JAMSHEDPUR: माता-पिता ने छोड़ दिया तो क्या। बच्ची को घर मिलेगा। पैरेंट्स भी मिलेंगे। ममता की छांव मिलेगी। वह भी किसी की लाडली बनेगी। उसपर भी किसी को फक्र होगा। उसके साथ भी सेल्फी ली जाएगी। जी हां, सोमवार को स्वर्णरेखा एक्सप्रेस के टॉयलेट में मिली बच्ची को गोद लेने के लिए मंगलवार को एक दर्जन से भी अधिक लोग एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बच्ची को देखने के बाद हॉस्पिटल सुप्रिंटेंडेंट से मिलकर गोद लेने की इच्छा जाहिर की। हालांकि, सुप्रिंटेंडेंट डॉ। आर वाई चौधरी ने कानूनी प्रक्रिया के तहत लोगों को आने को कहा।

मिलेगी ममता की छांव

अब इतनी तो उम्मीद जगी है कि जन्म के साथ ही अपनों से दुत्कार पाने वाली बच्ची अनाथ नहीं रहेगी। बच्ची को पूरी देख-रेख में हॉस्पिटल में रखा गया है। वह पूरी तरह से स्वस्थ है और अपने उस माता-पिता के इंतजार में है जो घर ले जाएंगे और एक बेटी होने का पूरा प्यार और हक उसे देंगे।

बच्ची को देखने और उसे गोद लेने की इच्छा जाहिर करने वाले कई लोग आए थे। बच्ची को गोद लेने की बात है, इसलिए जो भी आगे आएंगे उन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत ही आना होगा।

- डॉ आर वाई चौधरी, सुप्रिंटेंडेंट एमजीएम हॉस्पिटल