-लड़की की शव के साथ जल गया राज

JAMSHEDPUR: देशभर में भले ही बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का ढिंढोरा पीटा जा रहा हो लेकिन जमशेदपुर में लड़कियां सुरक्षित नहीं है। पूरे शहर में गुरुवार को विश्वकर्मा और गणेश पूजा की धूम थी। चारों ओर डीजे और बैंड बज रहे थे, सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए थे, पुलिस पेट्रोलिंग पर थी लेकिन बोड़ाम थाना क्षेत्र के डिमना लेक के पास एक ट्रॉली बैग में एक लड़की का शव धुक-धुक कर जल रहा था। घटना की जानकारी मिलते-मिलते काफी देर हो चुकी थी। सुबह आठ बजे के करीब शव इतना जल चुका था कि उसकी पहचान भी संभव नहीं थी। शरीर से मांस पूरी तरह जल चुके थे और सिर्फ हड्डियां दिखाई दे रही थी। सिर पर लंबे होने से पुलिस अंदेशा लगा रही है कि शव लड़की का ही है। वह भी क्ब्-क्भ् साल लड़की का। पटमदा डीएसपी अमित कुमार का कहना है कि घटनास्थल के आसपास कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिले हैं। खून के निशान भी नहीं थे, लिहाजा यह कहा जा सकता है कि लड़की की हत्या कहीं और की गई है और उसे छुपाने की नियत से डिमना लेक जैसे सुनसान जगहों पर लाया गया। डिमना लेक के आसपास यह पहली वारदात नहीं है। इसके पहले भी इस इलाके से कई डेड बॉडीज मिल चुकी हैं।

सुबह आठ बजे मिली पुलिस को सूचना

बोड़ाम थाना क्षेत्र के डिमना लेक के पास शव जलने की सूचना पुलिस को गुरुवार को सुबह आठ मिली। शव को एक ट्रॉली बैग में रख कर आग के हवाले दिया गया था। स्थानीय लोगों की सूचना पर जब पुलिस पहुंची तो देखा कि करीब क्ब्-क्भ् साल की लड़की का शव ट्रॉली बैग में धीरे-धीरे जल रहा है। बोड़ाम पुलिस ने तत्काल ट्रॉली बैग और शव को कब्जे में ले लिया। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

पोस्टमॉर्टम के बाद सुरक्षित रखवाया गया शव

शव इतना जल चुका है कि उसकी पहचान संभव नहीं है। उसके सिर के बाल सिर्फ नजर आ रहे थे। पुलिस इसी को आधार बनाकर उसे लड़की मान रही है। थोड़ी और देर हो जाती तो शायद यह पहचानना भी मुश्किल हो जाता कि शव मेल या फीमेल पर्सन का है। पटमदा डीएसपी अमित कुमार का कहना है कि शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद सुरक्षित रखवा दिया गया है।