JAMSHEDPUR: जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में मंगलवार को बाहरी बदमाशों ने कॉलेज के एक छात्र पर चाकू से हमला बोल दिए। घायल छात्र ने कॉलेज में छेड़खानी का विरोध किया था। नसीब अच्छा था कि छात्र की गर्दन पर चाकू नहीं लगा।

दो बाहरी हमलावरों ने कॉलेज के बीकॉम फ‌र्स्ट सेमेस्टर के छात्र मानगो पोस्टऑफिस में रहने वाले करण सिंह की गर्दन पर चाकू से वार किए। लेकिन करण के नीचे झुक जाने के कारण चोट सिर पर लगी। चोटिल करण वार के बाद फर्श पर गिर गया। यह घटना मंगलवार सुबह 11:30 बजे की है। घटना के बाद कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घायल छात्र करण को उसके सहयोगी उठाकर एमजीएम अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सकों ने सिर पर आठ टांके लगाये। इसके बाद उसे घर में आराम करने की सलाह देकर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

कॉलेज मैनेजमेंट से कंप्लेन

इस घटना के बाद घायल करण के परिजन भी कॉलेज पहुंचे और इसकी शिकायत कॉलेज प्रबंधन से की। इस संबंध में मानगो थाना में करण की लिखित शिकायत पर उलीडीह के अमन एवं वरुण के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में करण ने बताया कि वे कॉलेज में बीकॉम फ‌र्स्ट सेमेस्टर के रजिस्ट्रेशन के लिए कतार पर खड़ा थे। इसी दरम्यान दो युवक अमन व वरुण आकर छात्राओं को अपशब्द बोलने लगे। इसका उन्होंने विरोध किया। इसके बाद बाहर से आये युवकों ने उन पर हमला बोल दिया। किसी तरह गर्दन बचा गई, वरना जान ही चली जाती। दोनों बाहरी युवक उलीडीह के रहने वाले हैं। दोनों युवकों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की गई है। सीसीटीवी फुटेज कॉलेज प्रबंधन द्वारा मानगो थाना की पुलिस को उपलब्ध करा दी गई है।

कॉलेज में सुरक्षा की मांग

जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज प्रबंधन की ओर से प्रभारी प्राचार्य डॉ। एके मेहता ने कॉलेज परिसर में सुरक्षा की मांग विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस से की है। विश्वविद्यालय को लिखे पत्र में जल्द से जल्द कॉलेज में सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने की मांग की गई है, वहीं थाना से कॉलेज में पुलिस बल की तैनाती की मांग की गई है।

दहशत का माहौल

जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में मंगलवार को छात्र पर हुए हमला के बाद छात्र-छात्राओं में दहशत का माहौल व्याप्त है। पहले भी छात्र संगठनों द्वारा बाहरी छात्रों के जमावड़े को लेकर कॉलेज प्रबंधन को आगाह किया जा चुका है। घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सोशल मीडिया प्रमुख सागर ओझा ने बताया कि घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम है। यह कॉलेज प्रशासन के ऊपर प्रश्न चिन्ह है। इससे पहले भी कॉलेज में क्लासरूम का कांच तोड़ने, कैंपस में मारपीट तथा कट्टा लहराने तक की घटना हो चुकी है। कॉलेज प्रबंधन से सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम करने का आग्रह किया गया था। लेकिन अब तक कॉलेज में सुरक्षा प्रहरी तक की व्यवस्था नहीं की जा सकी। इस घटना के बाद कॉलेज की छात्र-छात्राएं भयभीत है।

बाहरी युवक रोजाना आते हैं

जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में एक वर्ष पूर्व कॉलेज के पहचान पत्र की चेकिंग प्रारंभ हुई थी। लेकिन यह अब बंद हो गई। पहले यह पहचान पत्र गेट पर ही देखा जाता था, उसके बाद छात्र अंदर घुसते थे। बाद में इसमें बदलाव किया गया। पहचान पत्र कभी भी कॉलेज कैंपस में ही जांचा था। इसमें कई बाहरी छात्रों को पकड़ा गया था, जिन्हें चेतावनी देते हुए छोड़ दिया जाता था। इस कार्य से बाहरी युवकों के प्रवेश में थोड़ा बहुत अंकुश लगा था। लेकिन अब यह कार्य नहीं हो पा रहा है। इस कारण बाहरी युवक यहां रोजाना आते-जाते हैं।