-सुबह से इंतजार में खड़े रहे गए सैकड़ों लोग, नहीं आए ऑपरेटर
-लोगों को पहले नहीं दी गई कोई सूचना
-सरकारी अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला, कहा निजी कंपनी को दिया गया है ठेका
JAMSHEDPUR: सरकारी प्रयास से शहर में आधार कार्ड बनवा लेना किसी मुसबीत से कम नहीं है। कभी फॉर्म खत्म हो जाता है तो कभी ऑपरेटर्स नहीं आते हैं। लिहाजा शहर के लोगों को आधार कार्ड के लिए फजीहत झेलनी पड़ रही है। सोमवार को कुछ ऐसा ही हाल पुराना जेल चौक स्थित दीनदयाल कम्यूनिटी हॉल का था। पिछले कुछ दिनों से यहां रोज आधार कार्ड बनाया जा रहा था, लेकिन बिनी किसी सूचना के सोमवार को दफ्तर नहीं खुला। लिहाजा आधार कार्ड बनवाने आए लोगों के सब्र का बांध टूट गया और लोग सड़क पर आ गए। इससे एमजीएम हॉस्पिटल से पुराना कोर्ट की ओर जाने वाली सड़क पर लंबा जाम लग गया।
क्ख् बजे तक इंतजार करते रहे लोग
ऑपरेटर्स के इंतजार में लोग क्ख् बजे तक खड़े रहे। क्क्.फ्0 बजे कम्यूनिटी हॉल का गेट खुला। यह देख लोग कम्यूनिटी हॉल के अंदर आ गए, लेकिन यूआईडी सेंटर नहीं खोला गया। भीड़ इतनी थी कि कम्यूनिटी हॉल का कंपाउंड खचाखच भर गया। यूआईडी रजिस्ट्रेशन के लिए लोग लाइन लगाकर खड़े हो गए, लेकिन क्ख् बजे तक ऑपरेटर्स नहीं आए। इसके बाद लोगों को बताया गया कि आज ऑपरेटर नहीं हैं। इसलिए यूआईंडी कार्ड नहीं बनेगा।
यहां भी बन रहा है आधार
बिष्टुपुर मेन रोड स्वामी कांप्लेक्स और सिदगोड़ा टाउन हॉल में भी आधार कार्ड का बनाया जा रहा है। लेकिन इन सेंटरों का भी यही हाल है। सिदगोड़ा निवासी पंकज शर्मा का कहना है कि इन्न सेंटरों पर तो फॉर्म ही नहीं दिया जाता है। ऑपरेटर कहते हैं कि इंटरनेट से डाउनलोड कर फॉर्म लाइए। सेंटर पर फॉर्म नहीं है। इसलिए भी कई लोग आधार पंजीयन केंद्र से वापस लौट जाते हैं।
हावड़ा ब्रिज से आया हूं। ऑपरेटर बाबू के इंतजार में क्ख् बज गए, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। यूआईडी के लिए काफी फजीहत हो रही है।
-अरविंद कुमार, हावड़ा ब्रिज
पारडीह से आई हूं। बच्चों के स्कूल में आधार कार्ड की मांग की गई है। इसलिए पांच बच्चों को लेकर आधार कार्ड बनवाने आई हूं। सुबह ही पहुंच गई। बच्चे भी भूख से बेहाल हैं, लेकिन कोई बताने वाला नहीं है कि आज आधार कार्ड बनेगा कि नहीं।
-लक्ष्मी गोप, पारडीह
अब तो सभी जगह आधार कार्ड ही मांगा जाता है। कई दिनों से आधार कार्ड के लिए चक्कर खा रहा हूं, लेकिन ये आधार कार्ड बनता ही नहीं है। कभी बाबू नहीं मिलते हैं तो कभी फार्म खत्म हो जाता है।
-रतन कालिंदी, पारडीह
खुद ही देख लीजिए कि क्या स्थिति है। पता नहीं क्यों अफसरों को ये सब नहीं सूझता। लोगों की परेशानी से उन्हें क्या लेना-देना। सिर्फ नियम बनाते हैं, लेकिन क्या हो रहा है, किसी को नहीं लेना-देना
-अनिता देवी, मानगो
स्कूल में आधार कार्ड मांगा गया है। मास्टर जी कहते हैं कि बिना आधार कार्ड के मिड-डे-मील नहीं मिलेगा। छात्रवृत्ति भी नहीं मिलेगी। इसलिए आधार कार्ड बनवाने आया हूं, लेकिन यहां तो सेंटर पर ताला लगा है। कैसे बनेगा पता नहीं चलता।
-रोहित कुमार, खडि़या बस्ती
शुक्रवार को भी आधार कार्ड के लिए आया था, लेकिन देर हो जाने के कारण रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। इसलिए आज सुबह सात बजे ही आ गया। हमें बताया गया था कि सुबह नौ बजे सेंटर खुल जाएगा, लेकिन क्ख् बजे तक सेंटर नहीं खुला है।
-विकास कुमार, पटमदा
ऑपरेटर्स रांची चले गए हैं। इसलिए जेल चौक कम्युनिटी हॉल में यूआईडी का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। इसकी सूचना लोगों को नहीं दी जा सकी थी। शहर में यूआईडी से कितने लोग वंचित हैं इसे अभी बता पाना मुश्किल है।
-प्रिया कुजूर, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर
यूआईडी बनाने का जिम्मा निजी एजेंसी को दिया गया है। हालांकि जिला प्रशासन को इसकी मॉनिटरिंग करनी है। यदि यूआईडी के ऑपरेटर्स लोगों को बेवजह परेशान कर रहे हैं हम एजेंसी पर जुर्माना लगाएंगे।
आलोक कुमार, एसडीओ