छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: एबीएम कॉलेज गोलमुरी में चार करोड़ की लागत से बनी नई बिल्डिंग में अनियमितता की बात सामने आयी है। नये भवन में दरारों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यहां तक इस भवन के छत का प्लास्टर भी टूट कर गिर रहा है। सारा कुछ स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहा है। इस कारण कॉलेज प्रबंधन द्वारा नए भवन में कॉलेज की कक्षाओं को प्रारंभ करने तथा अन्य कार्य के शिफ्टिंग के प्रस्ताव को रोक दिया गया है।

प्रिंसिपल ने की शिकायत

बताया जा रहा है कि इस अनियमितता की शिकायत प्रिंसिपल डॉ। मुदिता चंद्रा ने फोटो सहित विश्वविद्यालय को की है। ऐसे में नए भवन में कॉलेज के शिफ्टिंग का प्रस्ताव फिलहाल लटक गया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय से मार्गदर्शन के बाद ही यह कार्य हो सकता है। एबीएम कॉलेज के नए भवन के निर्माण में सरकार की लगभग 4 करोड़ की राशि खर्च हुई है। मालूम हो कि इस नए भवन में अनियमितता की बात पहले से उठती आयी है, लेकिन उसे दरकिनार कर दिया गया। विश्वविद्यालय की जांच टीम ने भी इसमें आंख मूंद लिया। लेकिन अब जबकि छत का प्लास्टर टूट-टूट कर गिरने लगा है तो विश्वविद्यालय के पदाधिकारी भी सकते में हैं इसे क्लीनचिट कैसे दे दिया गया है। इससे पहले को-ऑपरेटिव के पीजी बिल्डिंग में भी अनियमितता की बात सामने आई थी।

लिखा था लेटर

गौरतलब है कि कोल्हान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष नीतीश कुमार ने भी एबीएम कॉलेज के नए भवन निर्माण में अनियमितता को लेकर राज्यपाल और कुलपति को पत्र लिखा था। इसके बाद इसके संवेदक द्वारा उनके खिलाफ प्राथमिकी तक दर्ज करवा दी थी। इसमें एक बार फिर अनियमितता उजागर होने से छात्र संगठनों में आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है।