-22 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान

CHAIBASA : झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा संघ की ओर से शनिवार को समाहरणालय के सामने पांच सूत्री मांग को लेकर धरना दिया गया। इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि 1 जनवरी 1948 ई। में खरसावां गोली कांड में शहीद हुए परिवारों के आश्रितों को मान-सम्मान किया जाय। झारखंड आंदोलनकारी सेनानियों को अविलंब मान-सम्मान दिया जाय। झारखंड आदिवासी एवं मूलवासियों को 1932 ई। के खतियान के आधार पर पहचान कर शिक्षा, नौकरी, रोजगार, प्रोन्नति आदि में प्राथमिकता दी जाय। आदिवासियों के जायरा एवं देशाउली (पूजा स्थल) सुरक्षा हेतु घेराबंदी सरकार द्वारा किया जाय। झारखंडी भाषा क्रमश: हो, संथाली, मुंडारी, कुड़ुक, खडि़या, नागपुरी, कुरमाली सोरठा एवं पंचपरगनिया कुल 9 भाषाएं हैं इन्हें सरकार द्वारा संविधान के अनुच्छेद 350 क में प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य कही गयी है, इसे अविलंब सरकार घोषित करे। अंत में चेतावनी देते हुए कहा गया कि अगर मांग नहीं मानी गयी तो 22 अप्रैल को झारखंड बंद किया जाएगा। धरना में मुख्य रूप से बागुन पुरती, सुखदेव बानरा, लालजी शर्मा, विमल हाईबुरू, राउत हेम्ब्रम, लादुरा ईचागुटू, वासुदेव पान, धनंजय धवल सहित बड़ी संख्या में झारखंड आंदोलनकारी उपस्थित थे।

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बोलेरो के धक्के से खरसावां स्कूल का क्लर्क जख्मी

CHAIBASA: मोटरसाइकिल और बोलेरो के बीच आमने-सामने की टक्कर में मोटरसाइकिल चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जख्मी हालात में स्थानीय लोगों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाकर भर्ती कराया है। घायल का नाम संजय कुमार है। वह चाईबासा कुम्हारटोली का रहने वाला है। वह खरसावां स्कूल का क्लर्क है। शनिवार को स्कूल छुट्टी होने के बाद संजय अपनी मोटरसाइकिल जेएच0म्ए-9क्म्फ् पर सवार होकर अपने घर वापस लौट रहा था। इसी क्रम में घाघरी गांव के समीप विपरीत दिशा से काफी तीव्र गति से आ रही बोलेरो ने उसे धक्का मार दिया। इसके बाद बोलेरो चालक मौका पाकर बोलेरो को लेकर वहां से फरार हो गया लेकिन बोलेरो के अगले हिस्से में नंबर लिखी प्लेट वहीं गिर गयी। उसका नंबर जेएच0म्सी-क्भ्9ख् है। स्थानीय लोगों ने क्लर्क संजय कुमार को जख्मी हालात में लाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया है।