-एआईडीएसओ ने उपायुक्त कार्यालय में किया प्रदर्शन

JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी ने तो छात्र संघ चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। लेकन केयू के ख्भ् हजार छात्र ऐसे है जो चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं ले पायेंगे। छात्र नेताओं का कहना है कि इंटर सप्लीमेंट्री परीक्षा में पास स्टूडेंट्स का एडमिशन ग्रेजुएशन पार्ट वन में बाकी है। कई कॉलेजों में ग्रेजुएशन पार्ट वन में अभी का एडमिशन ही चल रहा है। ग्रेजुएशन पार्ट टू की प्रैक्टिकल परीक्षा चल रही है। ग्रेजुएशन पार्ट वन थ्री का रिजल्ट आ चुका है, जबकि एडमिशन नहीं हुआ है। एमए पार्ट वन की एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। बीएड में नया एडमिशन शुरू नहीं हुआ है। इन सब को अगर मिला दिया जाय तो कोल्हान यूनिवर्सिटी में लगभग ख्भ् हजार और अधिक स्टूडेंट्स आयेंगे, जो इस चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बन पा रहे है। इधर बुधवार को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंटस यूनियन की ओर से डीसी ऑफिस में प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में शामिल कॉलेज के छात्रों ने ग्रेजुएशन व पीजी पार्ट वन की परीक्षा को रद्द कर चुनाव कराये जाने का विरोध किया है। प्रदर्शन के दौरान जमशेदपुर में कोल्हान विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग की गई है। प्रदर्शन में मुख्य रूप में प्रदेश अध्यक्ष पतित पावन कुईला, प्रदेश सचिव कन्हाई बारिक, प्रदेश कोषाध्यक्ष समर महतो, सरायकेला-खरसावां के जिलाध्यक्ष मौसमी मित्रा, सचिव अनंत महतो, पूर्वी सिंहभूम के जिलाध्यक्ष प्रवीण महतो, संदीप, हरिपदो पाल, खुशबू कुमार,ी सोनी कुमारी, सविता, शुभम झा सहित कई छात्र शामिल थे।

क्या कहते हैं छात्र नेता

-परीक्षा को स्थगित करने का मतलब है सेशन को लेट करना। पहले परीक्षा समय पर आयोजित होनी चाहिए। तब चुनाव होना चाहिए। हजारों छात्र चुनाव प्रक्रिया से वंचित रह रहे हैं। सभी छात्रों को शामिल करते हुए चुनाव नवंबर में होना चाहिए। - हरिराम टुडू, कोल्हान प्रभारी, एनएसयूआई।

-------------------

-हमने सारे मामले से प्रोवीसी को अवगत करा दिया है। परीक्षा को रद्द कर चुनाव कराने के पक्षधर हम भी नहीं है। इसके अलावा लिंगदोह समिति के अनुसार यह चुनाव नहीं कराये जा रहा है। सभी को मिलकर इस छात्र संघ चुनाव का विरोध करना चाहिए।

-सतनाम सिंह, जिला संयोजक, अभाविप।

-------------------

-विश्वविद्यालय ने छात्र हितों को नजरअंदाज कर चुनाव कराने की घोषणा कर दी है। विश्वविद्यालय के अडि़यल रवैये के खिलाफ हम काफी आक्रोशित है। परीक्षाओं को रद्द कर चुनाव कराना कतई उचित नहीं है।

-प्रवीण महतो, जिलाध्यक्ष, एआईडीएसओ।