-टीएमएच के मनोरोग विभाग में विश्व आत्महत्या निवारण दिवस संपन्न

JAMSHEDPUR: टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के मनोरोग विभाग की ओर से विश्व आत्महत्या निवारण दिवस के अवसर पर चल रहे दो दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का गुरुवार को समापन हो गया। टीएमएच सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के जरिए छात्रों, शिक्षकों, प्रधानाचायरें और माता-पिता को यह बताने की कोशिश की गई कि आखिर कोई व्यक्ति आत्महत्या क्यों करता है, इसके लिए कौन सी परिस्थितियां जिम्मेदार हैं और कैसे किसी को इस कदम को उठाने से रोका जा सकता है।

पहल की सराहना की

समापन समारोह के मुख्य अतिथि टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के उपाध्यक्ष सुनील भास्करन थे। उन्होंने मनोरोग विभाग द्वारा की गई पहल की सराहना की। साथ ही समाज के विभिन्न हितधारकों को टाटा स्टील द्वारा निरंतर समर्थन देने की बात कही। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि रुचि नरेंद्रन ने भी टीएमएच के प्रयास की सराहना की और पारिवारिक संबंधों और संवाद के मूल्य के बारे में बताया। उन्होंने विशेष तौर पर माता-पिता के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का समय-समय पर आयोजित करते रहने पर जोर दिया। स्वागत भाषण मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ। संजय अग्रवाल ने दिया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों और रोटरी क्लब के सदस्यों के अलावा जॉली भास्करन, मेडिकल सर्विसेज के जीएम डा। जी। रामदास और टीएमएच से वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित थे।

नाटक के जरिए बताया कैसे निकले डिप्रेशन से

टीएमएच में इस मौके पर कारमेल जूनियर कॉलेज के छात्रों ने एक लघु नाटिका के जरिए आत्महत्या की चेतावनी से जुड़े लक्षण और इससे कैसे बाहर निकला जाए, इस बारे में संदेश दिया। इसके बाद वाद-विवाद प्रतियोगिता हुई। इसका विषय था 'कनेक्टड व‌र्ल्ड एंड आइसोलेटेड पीपुल'। वाद-विवाद के बाद एक्सएलआरआई की 'साम‌र्थ्य' टीम ने किशोरों से संबंधित विभिन्न पहलुओं और उनसे बाहर निकलने के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में 'संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर आधुनिकीकरण के प्रभाव' विषय पर एक पैनल चर्चा हुई। पैनलिस्ट के रूप में मनोचिकित्सक डा। एसएच निजामी, एक्सएलआरआई के प्रोफेसर डॉ। शांतनु सरकार, दीपाली मिश्रा और एक किशोरी की अभिभावक उज्ज्वला उपस्थित थीं। इस दौरान छात्रों ने तनाव, अवसाद, व्यसन और अभिभावकों के साथ संबंधों से जुड़े कई प्रश्न पूछे। इन प्रश्नों का पैनलिस्ट ने बेहतर ढंग से जवाब देकर उनकी दुविधा को दूर किया। कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण के साथ किया गया।