-इनाम का झांसा देकर करते हैं ठगी

-एटीएम में सुधार के लिए मांगते हैं पासवर्ड और लगाते हैं चूना

-चेहरा पहचानो के चक्कर में कंगाल हुए कई लोग

-एसएमएस और फोन कॉल से ठगी के बढ़ रहे हैं मामले

jamshedpur@inext.co.in

JAMSHEDPUR: आपकी मेहनत की कमाई पर जालसाजों की नजर है। लालच का पासा फेंका और फसंते ही पैसा हाथ से बाहर। जालसाज कई तरीकों से ठगी को अंजाम दे रहे हैं। कहीं चेहरा पहचानो कांटेस्ट के जरिए, तो कहीं एटीएम के बंद होने का डर दिखा कर भोली-भाली जनता से एटीएम का पासवर्ड मांग कर उन्हें कंगाल बनाया जा रहा है। बात सिर्फ जमशेदपुर की करें तो यहां पिछले एक साल में एटीएम का पासवर्ड मांगकर क्ब्8 लोगों को चूना लगाया गया।

एटीएम कार्ड सिर्फ आपका है

बैंक ऑफ इंडिया के कॉर्पोरेट ऑफिसर एसके मिश्रा का कहना है कि एटीएम कार्ड आपका है। इसलिए कार्ड का पासवर्ड भी सिर्फ आपको मालूम होना चाहिए। किसी भी अनजान व्यक्ति को इसका पिन नंबर नहीं बताएं। बैंक की ओर से एटीएम पिन की मांग नहीं की जाती है। बैंक की ओर से यदि कभी जरूरत पड़े तो कस्टमर्स को सीधा बैंक बुलाया जाता है। उन्होंने बताया कि वे लोग हमलोग हमेशा वन-टू-वन काम करते हैं। संबंधित बैंक और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई)की ओर से कस्टमर्स को हमेशा इंफॉर्मेशन भी प्रोवाइड कराया जाता है।

बैंककर्मी के खिलाफ हुई थी प्राथमिकी

क्क् जून ख्0क्ब्-जुगसलाई थाना में एटीएम कार्ड से फर्जी निकासी के मामले में बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जुगसलाई स्थित किशोर टेक्सटाइल्स में काम करने वाले रंजीत वर्णवाल का आरोप है कि ख्म् व ख्7 मई को उनके खाते से छह हजार रुपए की निकासी होने पर उन्होंने बैंक मैनेजर से शिकायत की थी। इसके बाद उनके एटीएम कार्ड को लॉक करके नया एटीएम कार्ड जारी किया। लेकिन, फ्क् मई को दोबारा उनके खाते से क्8 हजार रुपए की निकासी हो गई। यह निकासी पुराने एटीएम कार्ड से ही हुई थी।

पैसा निकालते वक्त जरूरी है सावधानी

-कार्ड को हमेशा सुरक्षित तरीके से रखें।

-पासवर्ड टाइप करते समय ध्यान रखें कि आपके पासवर्ड पर किसी की नजर तो नहीं है।

-समय-समय पर पासवर्ड चेंज करते रहें।

-पासवर्ड मोबाइल, पासबुक, डायरी या कहीं दूसरे जगहों पर लिखकर नहीं छोड़ें।

फोन फोर्जरी के शिकार हुए थे शहरवासी

पिछले साल नवंबर में एसबीआई के कई कस्टमर्स को फर्जी फोन कॉल्स आए। मोबाइल फोन के थ्रू कॉलर ने कहा था कि वह एसबीआई के एटीएम हेडक्वार्टर से बोल रहा है। लोगों को पहले यह कहकर डराया कि उनका एटीएम कैंसल कर दिया जाएगा। नहीं तो रिन्यू कराएं। जैसे ही ग्राहकों ने पूछा कि एटीएम दोबारा चालू कराने के लिए क्या करना होगा? जालसाजों ने एटीएम कार्ड का नंबर और पासवर्ड बताने के लिए कहा था, लेकिन ज्यादातर कस्टमर्स उनके झांसे में नहीं आए। बाद में उस नंबर पर कॉल किया गया तो नंबर स्वीच ऑफ बताने लगा।

बैंक कर रहे हैं अलर्ट

आरबीआई के निर्देश पर आईसीआईसीआई, एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया सहित तमाम बैंकिंग ऑर्गनाइजेन की ओर से ग्राहकों को इस बाबत अलर्ट जारी किया जा रहा है कि वे किसी भी व्यक्ति को अपना एटीएम नंबर या ओटीपी नहीं बताएं। बैंकों ने स्पष्ट कर दिया है कि बैंक की ओर से ग्राहकों को एटीएम नंबर या अन्य जानकारी मांगने के लिए कभी फोन नहीं किया जाता।

चेहरा पहचानों के चक्कर में हो रहे कंगाल

चेहरा पहचानने और रातोंरात लखपति बनने के चक्कर में लोग कंगाल हो रहे हैं। इन दिनों टीवी चैनल्स, न्यूज पेपर्स, मोबाइल, इंटरनेट पर चेहरा पहचानो सहित कई तरह के क्विज गेम कराए जा रहे हैं। बड़ी आसानी से लोग इनके झांसे में आ कर अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं।

फ्00 मामले दर्ज

शहर में चेहरा पहचानो क्विज कांटेस्ट के थ्रू ठगी का हालिया उदाहरण ख्फ् मई को फिर से सामने आया है। टाटा सूमो के लालच में फंस कर सरजामदा निधि टोला निवासी मनोज कुमार प्रजापति ने फ्फ्,ब्00 रुपये गंवा दिये। मनोज ने चेहरा पहचानो कांटेस्ट में हिस्सा लेकर फ‌र्स्ट प्राइज में टाटा सूमो जीता था। वह सूमो हासिल करने में ठगी के शिकार हो गए। मनोज ने ख्फ् मई को परसुडीह थाने में एफआइआर दर्ज कराया है। इसमें टीवी चैनल के ऑनर, एंकर और अन्य लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह कहानी सिर्फ मनोज की ही नहीं है। मानगो निवासी दिनेश अग्रवाल, विशाल दास, वैभव कुमार जैसे फ्00 से अधिक लोग पिछले एक साल में चेहरा पहचानो कांटेस्ट में ठगी के शिकार हो चुके हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार कई थानों में इस तरह के फ्00 से अधिक मामले दर्ज हैं।

चेहरा पहचानो कांटेस्ट से जमशेदपुर ही नहीं देशभर में लोग ठगे जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि कांटेस्ट में विनर को टाटा सफारी देने की बात कही जाती है। झारखंड के अलावा गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल समेत कई जगहों से शिकायतें मिली हैं। स्टेट से बाहर के मामले हमारे ज्यूरीडिक्शन में नहीं आते हैं फिर भी पुलिस जांच कर रही है।

चंदन कुमार झा, सिटी एसपी

शहर में पिछले एक साल में विभिन्न तरीकों से ठगे गए लोग

फ्00 चेहरा पहचानो प्रतियोगिता

क्ब्8 एटीएम पिन बदलने के नाम पर ठगी