-जेडब्ल्यूसी के ऑटोनोमस स्टैटस को 6 साल का एक्सटेंशन मिला

-कॉलेज में परमानेंट प्रिंसिपल और टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ के वैकेंट सीट्स पर परमानेंट अप्वॉइंटमेंट जल्दी करने की शर्त रखी गई

-वीसी पहुंचे कॉलेज प्रोफेसर इंचार्ज के साथ मुलाकात की, पिछली गलतियों को न दोहराने की बात कही

JAMSHEDPUR: जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज (जेडब्ल्यूसी) के ऑटोनोमस स्टैटस को 6 साल का एक्सटेंशन मिल गया है। एक्सटेंशन का लेटर बुधवार को कॉलेज को प्राप्त हुआ। कॉलेज को 2015-21 तक के लिए ऑटोनोमस का स्टैटस मिला है। इसके साथ ही यूजीसी ने कुछ शर्ते भी रखी हैं उसे जल्दी ही पूरा करना होगा। कॉलेज में परमानेंट प्रिंसिपल और टीचर्स एवं नॉन टीचिंग स्टाफ के वैकेंट सीट्स पर अप्वॉइंटमेंट (परमानेंट) करना जरूरी है।

वीसी पहुंचे कॉलेज

गुरुवार को केयू की वीसी डॉ आरपीपी सिंह वीमेंस कॉलेज पहुंचे। उन्होंने कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज डॉ सुजाता सिन्हा और सीनियर टीचर्स के साथ कांफ्रेंस हॉल में मीटिंग की। डॉ सिंह ने कहा कि पिछली बार वाली गलतियां इस बार दोहराई नहीं जानी चाहिए। उन्होंने गवर्निग बॉडी की मीटिंग रेगुलर कराने को कहा।

क्या ऑप्शन है यूनिवर्सिटी के पास

वीमेंस कॉलेज के ऑटोनोमस स्टैटस को कंटीन्यू रखने के लिए कॉलेज में परमानेंट प्रिंसिपल का होना जरूरी है। सवाल यह है कि आखिर इस कमी को कैसे पूरा किया जाएगा। किसे बनाया जाए कॉलेज का प्रिंसिपल। परमानेंट प्रिंसिपल की बात करें तो केयू में दो ही परमानेंट प्रिंसिपल्स हैं। सिंहभूम कॉलेज चांडिल के प्रिंसिपल डॉ जीपी राजवाड़ और को-ऑपरेटिव कॉलेज के एक्स प्रिंसिपल डॉ आरके दास ही परमानेंट प्रिंसिपल हैं। डॉ दास फिलहाल सस्पेंड चल रहे हैं तो उनके नाम पर विचार करना मुश्किल है। इन दोनों के अलावा डॉ शुक्ला महंती परमानेंट प्रिंसिपल हैं जो फिलहाल केयू की प्रोवीसी हैं। केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह का कहना है कि यूजीसी द्वारा तय किए गए क्राइटेरिया को पूरा करने के लिए उनके पास 6 महीने का समय है। इतने समय में जेपीएससी द्वारा प्रिंसिपल्स और टीचर्स का अप्वॉइंटमेंट कर दिया जाएगा और यह प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी। यानी 6 महीने के अंदर वीमेंस कॉलेज को नए परमानेंट प्रिंसिपल मिलने का भी ऑप्शन बना हुआ है।

ऑटोनोमस कॉलेज को UGC द्वारा प्रोवाइड कराए जाने वाले assistance

- Guest/visiting faculty

- Orientation and re-training of teachers।

- Re-designing courses and development of teaching/learning material

- Workshop and seminars

- Examination reforms

- Office equipment, teaching aids and laboratory equipment

- Furniture for office, classrooms, library and laboratories

- Library equipment, books/journals

- Expenditure on meetings of the governing body and committees

- Honorarium to Controller of Examin

ations (full-time) not exceeding

Rs। 8000/- p.m।

- Accreditation (NAAC) fee

- Renovation and repairs not leading to

construction of a new building

- Extension Activities

ऑटोनोमस कॉलेज में इन statutory bodies का होना जरूरी

- Governing Body

- Academic Council

- Board of Studies

- Finance Committee

कॉलेज के लिए खुशी की बात है कि ऑटोनोमस स्टैटस को एक्सटेंशन मिल गया है। यह कॉलेज के टीचर्स और स्टाफ की मेहनत से ही पॉसिबल हो सका है।

- डॉ सुजाता सिन्हा, प्रोफेसर इंचार्ज वीमेंस कॉलेज

वीमेंस कॉलेज को म् साल के लिए ऑटोनोमस स्टैटस का एक्सटेंशन मिला है। यूजीसी की कुछ शर्ते हैं जिसे म् महीने के अंदर पूरा करना है। जहां तक परमानेंट प्रिंसिपल की बात है तो जेपीएससी के चेयरमैन से बात हुई है। उम्मीद है कि म् महीने के अंदर नए प्रिंसिपल्स और टीचर्स के अप्वॉइंटमेंट का काम पूरा हो जाएगा और कॉलेज को परमानेंट प्रिंसिपल मिल जाएगा।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी केयू