-सोमवार की रात हुई थी छेड़खानी की घटना के बाद दो गुटों के लोग भिड़े

-मंगलवार को भी शहर के कई इलाकों में उत्पात, दुकानों में तोड़फोड़

JAMSHEDPUR: मानगो में सोमवार की रात हुई छेड़खानी की घटना के बाद हुए बवाल, फाय¨रग, पथराव, आगजनी मंगलवार सुबह से ही जारी रही। शहर में निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद उपद्रवियों के सामने पुलिस बेबस नजर आई। वाहनों में तोड़फोड़ होता रहा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मानगो मुंशी मुहल्ला के पास छह राउंड और मानगो बाजार में दो राउंड फाय¨रग करनी पड़ी। जवाब में उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। मानगो दाईगुटु और आजाद बस्ती में पुलिस को अश्रु गैस का प्रयोग करना पड़ा। पारडीह एनएच को लोगों ने दोपहर तक जाम रखा। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को हटाने का प्रयास किया। सीआरपीएफ की एक कंपनी मानगो इलाके में उतारी गई। डीसी डॉ अमिताम कौशल, एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, एसडीओ आलोक कुमार समेत सभी डीएसपी इलाके में पैदल और वाहन पर भ्रमण करते रहे।

खौफ के साए में रहे लोग

सिटी में मंगलवार को सुबह से ही लोग खौफ के साए में रहे। सुबह से ही उपद्रवी सड़क पर उतर आए। उन्होंने बाजार में तोड़फोड़ शुरू कर दी। मानगो थाना क्षेत्र के आजादनगर में फल की दुकानों को नष्ट कर दिया और दुकानदारों को वहां से भागने को मजबूर कर दिया। बंद समर्थकों ने घटनास्थल पर मौजूद पुलिस को भी ललकार, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रहीं। दिनभर शहर में गहमा-गहमी रही। सिटी के सभी चौक चौराहों पर सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था। सोमवार रात मानगो में हुई छेड़खानी के एक मामले के बाद दो समुदाय के लोग उग्र हो गए थे। उन्होंने जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ भी की थी। इसमें पुलिस के कई अधिकारी और जवान घायल हो गए थे।