रात में तोड़ दी गई मूर्ति
कहा जा रहा है कि ट्यूजडे की रात टीआरएफ कंपनी के अधिकारियों के निर्देश पर टीआरएफ कॉलोनी में सिक्योरिटी का जिम्मा संभाल रहे प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी ब्रेवो के एक सिक्योरिटी गार्ड ने बजरंगबली की मूर्ति तोड़ दी और इसे एक कुएं में फेंक दिया। मॉर्निंग में पुलिस की पूछताछ में ब्रेवो सिक्योरिटी के एक बुजुर्ग गार्ड गणेश सिंह ने मूर्ति तोडक़र कुएं में फेंकने की बात एक्सेप्ट की। मूर्ति कुएं से रिकवर कर ली गई है।

7000 रुपए के लिए तोड़ दी मूर्ति
पूछताछ में गणेश सिंह ने बताया कि उसने सुपरवाइजर लालजी सिंह के कहने पर मूर्ति तोड़ी। इसके लिए उसे 7000 रुपए दिए गए थे।

रामनवमी के दिन की गई थी मूर्ति स्थापित, हुआ था अखंड पाठ
रामनवमी को यहां बजरंगबली की मूर्ति स्थापित की थी। 24 घंटे का अखंड पाठ भी हुआ था। जानकारी के मुताबिक जहां स्टैच्यु स्थापित की गई है वह जमीन विवादित है। इस बीच मीटिंग में तय किया गया कि दोनों पक्ष अपना-अपना डॉक्यूमेंट सीओ के सामने रखेंगे। वहीं विवाद का निपटारा होगा। अगर जमीन कंपनी की होगी तो वहां से मूर्ति हटा ली जाएगी, इस बात पर स्थानीय लोग राजी थे।

धरना पर बैठ गए एमएलए
इस बात को लेकर एमएलए रघुवर दास स्थानीय लोगों के साथ धरना पर बैठ गए। इसके बाद बजरंगबली की दूसरी मूर्ति लाकर वहां स्थापित की गई। एमएलए ने कहा कि किसी भी हाल में लोगों की धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। अगर कंपनी मैनेजमेंट एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिलकर ज्यादती करेगा तो आंदोलन किया जाएगा।

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