-वीमेंस कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं का हुआ समापन

-सुष्मिता मंडल, मेघा मार्डी और दिव्या त्रिपाठी बनीं टॉप थ्री प्रतिभागी

JAMSHEDPUR: अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं का समापन मंगलवार को हुआ। विजेताओं को यूजीसी के निर्देशानुसार तीन मार्च को पुरस्कृत किया जायेगा। मंगलवार को मुख्य प्रतियोगिता के रूप में रैंप वाक का आयोजन हुआ। उद्घाटन कॉलेज की प्राचार्या डा। सुजाता सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि हर किसी को मातृभाषा का सम्मान करना चाहिए, चाहे वह किसी की भी मातृभाषा हो। मातृभाषा से ही हमारी पहचान है। इस कारण अपनी पहचान को सुरक्षित रखने का संकल्प छात्रों को लेना होगा। पारंपरिक रैंप वाक प्रतियोगिता में फ्फ् छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई पड़ी। बतौर जज के रूप में डा। अर्चना प्रसाद, डा। अनीता चौधरी व डा। काकोली बसाक उपस्थित थीं। सुष्मिता मंडल, मेघा मार्डी व दिव्या त्रिपाठी को टॉप थ्री प्रतिभागी के रूप में चयनित किया गया।

मातृभाषा दिवस मनाया

ग्रेजुएट कॉलेज में ¨हदी विभाग ने मंगलवार को मातृभाषा दिवस मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वर वंदना से हुई। स्नातक पार्ट थ्री एवं स्नातक पार्ट वन की छात्राएं अर्चना कुमारी व अर्चना कुमारी सिंह ने ईश वंदना की। तत्पश्चात विभाग की प्राध्यापिका डा। अनुभा जायसवाल ने कहा कि ¨हदी अत्यधिक सरल व रसज है, जिसे आसानी से सीखा व समझा जा सकता है। इस कारण हमें ¨हदी मातृभाषा का अपने दैनिक जीवन में व्यवहार करने से नहीं हिचकना चाहिए। इस अवसर पर छात्रा प्रीति नायक ने ओडि़या व बांग्ला में गीत प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रा पायल कुमारी ने भोजपुरी गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद विभाग की प्रो। भारती कुमारी ने बताया कि उनकी मातृभाषा भोजपुरी है। भोजपुरी अत्यधिक लोकप्रिय भाषा है। उन्होंने इस अवसर पर भोजपुरी गीत गाकर समां बांधा। जेनी ने चर्च का समूह गीत व चंपा मुर्मू ने नागपुरी गीत पेश किया व नृत्य किया। अंत में विभागाध्यक्ष डा। मुकुल खंडेलवाल ने मारवाड़ी भाषा से छात्राओं को परिचित करवाया। उन्होंने मारवाड़ी के प्रसिद्ध त्यौहार गणगौर की कहानी, उसके गीत तथा उसकी पूजा के महत्व को विस्तारपूर्वक बताया।