-गोपाल मैदान में छत्तीसगढ़ी महासम्मेलन को सीएम ने किया संबोधित

JAMSHEDPUR: झारखंड की स्थानीय नीति जल्द घोषित होगी। यह कहना था मुख्यमंत्री रघुवर दास का। रविवार को गोपाल मैदान में छत्तीसगढ़ी महासम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय नीति को लागू करने के लिए वह सभी राजनीतिक दलों के साथ दो बार बैठक कर चुके हैं। बैठक के समय राजनीति दल के नेता बोलते कुछ हैं और जब बैठक से बाहर निकलते हैं तो मीडिया सामने कुछ और बोलते हैं। अब कार्मिक सचिव को सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिखने को कहा गया है। पत्र के माध्यम से सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से लिखित सुझाव मांगे गये हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गांवों की योजना गांवों में बने, इसके लिए वह योजना बनाओ अभियान चला रहे हैं। अब गांव के विकास की योजना रांची में बैठकर नहीं बल्कि गांव वालों से पूछकर बनायी जाएगी। गांव की योजना गांव में बनने के बाद शहर के लिए योजना शहर में बनाई जाएगी। राज्य के शहर क्लीन, ग्रीन कैसे बनें, इसके लिए बैठक की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सक्षम लोगों का आह्वान किया कि वह अपने आसपास के कुछ गांवों या घरों को गोद लें जहां स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय का निर्माण कराएं। मंच पर बैठे बेली बोधनवाला का नाम लेकर उन्होंने कहा कि इनके जैसा उद्यमी कुछ गांवों को अपने साम‌र्थ्य के अनुसार गोद लें। उन्होंने कहा कि ख्0क्8 तक राज्य के सभी घरों में शौचालय रहेगा।

सम्मानित किया

छत्तीसगढ़ी युवा मंच की ओर से समारोह में उपस्थित सभी सम्मानित अतिथियों को स्मृति चिन्ह दिया गया व उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अंत में छत्तीसगढ़ी समाज की स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम के अंत में छत्तीसगढ़ी कलाकारों ने लोकनृत्य संगीत कार्यक्रम हुआ जिसका लुत्फ उपस्थित हजारों लोगों ने उठाया। सम्मेलन को समाजसेवी बेली बोधनवाला, भाजपा महानगर अध्यक्ष नंदजी प्रसाद, दिनेश कुमार, खेमलाल साहू, प्यारेलाल साहू आदि नेताओं ने संबोधित किया।

जो जहां पैदा हुआ, वहां का नागरिक : सरयू

भारत के अंदर जो भी रहता है, वह भारत का नागरिक कहलाता है। इसी तरह जो जहां पैदा लेगा, वह वहां का नागरिक कहलाएगा। यह कहना था राज्य के खाद्य आपूर्ति एवं संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय का। छत्तीसगढ़ी समाज के लोगों ने कुछ मांगें सरकार के समक्ष रखी थीं जो स्थानीय नीति से संबंधित थी। राय ने कहा कि 'छत्तीसगढि़या सबसे बढि़या', यह कहावत बिलकुल सही है। झारखंड के साथ बने छत्तीसगढ़ में स्थानीय नीति बन गई है। वहां राज्य स्थापना होने से क्भ् वर्ष पूर्व तक जिसने भी जन्म लिया, वह वहां का नागरिक कहलाएगा। मंत्री ने छत्तीसगढ़ी समाज के लिए नया भवन बनवाने की घोषणा की।

छत्तीसगढ़ के लोगों ने बनाई पहचान :अर्जुन

भारत की सांस्कृतिक विरासत अद्भुत है। छत्तीसगढ़ के लोगों ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। यह कहना था पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का। अर्जुन मुंडा ने छत्तीसगढ़ी महासम्मेलन में कहा कि झारखंड व छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत एक जैसी है। गीत संगीत, प्रकृति, भोले-भाले लोग आदि। इस तरह के कार्यक्रम हमें एकजुट करते हैं। भाषण कार्यक्रम की समाप्ति के बाद अर्जुन मुंडा व अन्य नेताओं ने पारंपरिक छत्तीसगढ़ी नृत्य किया।