JAMSHEDPUR: जमशेदपुर पुलिस ने सोनारी की पांच साल की बच्ची की हत्या का खुलासा कर दिया है। बच्ची के सौतेले पिता सुप्रियो घोष उर्फ राजा हिटलर ने ही उनसकी जान ली थी। पुलिस ने राजा को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। कानून के शिकंजे में आए आरोपित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को जो घटना की कहानी बयां की है, उसे सुन किसी का भी दिल दहल जाएगा। सौतेले पिता हिटलर ने मां से बदला लेने के लिए मासूम बच्ची की हत्या कर दी। उसने सोनारी थाना पुलिस को बताया 31 अगस्त की शाम वह बच्ची को स्कूटी से लेकर घर से निकला। कुछ देर उसे बाजार में घुमाया और चिप्स खरीदने के लिए पैसे दिए। उसके बाद वह बच्ची को घर की ओर ले गया।

फिर घर से निकला

कुछ समय बाद वह बच्ची को लेकर फिर घर से निकला। रास्ते भर बच्ची बाबा-बाबा चिल्लाती रही, लेकिन हिटलर का दिल नहीं पसीजा। उसने बच्ची को फुसलाते हुए सोनारी स्वर्णरेखा नदी तट की ओर ले गया। वहां बच्ची का गला तब तक घोंटता रहा, जबतक उसकी मौत नहीं हो गई। इसके बाद भी जब उसे विश्वास नहीं हुआ कि वह मर गई हैं तो उसने बच्ची को नदी में डुबोता रहा, ताकि वह मर जाए। बाद में उसके शरीर का वस्त्र हटा कर नदी में बहा दिया। नदी से मासूम के शव को घसीटते हुए लेकर झाडि़यों में छुपा दिया और उसे पुआल से ढक दिया। उस समय शाम के सात बज रहे होंगे। इसके बाद वह घटनास्थल से भाग निकला। वीभत्स घटना को अंजाम देने के बाद वह कदमा में दोस्तों के साथ शराब पीने लगा।

पुलिस ने शुरू की जांच

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की। एक सितंबर को पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू किया। शुरुआत में हिटलर बच्ची के लापता होने को लेकर पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन तीन सितंबर को वह टूट गया। पूरी कहानी बयां कर दी। गौरतलब है कि बच्ची 31 अगस्त से लापता थी। उसका शव दो सितंबर को सुवर्णरेखा नदी तट की झाडि़यों से बरामद किया गया था।

अपना बच्चा चाहता था आरोपित

एसएसपी एम तमिल वाणन ने शुक्रवार को बताया आरोपित काफी शातिर है और नशे का आदी है। वह छेड़खानी मामले में जेल भी जा चुका है। बच्ची के पहले पिता ने खुदकुशी कर ली थी। दो साल पहले बच्ची की मां का मानगो-डिमना रोड निवासी सुप्रियो घोष उर्फ राजा हिटलर के साथ फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हो गई। दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। हिटलर कदमा शास्त्रीनगर रोड नंबर चार में रहने लगा। वह फैक्टरी में काम करता था जबकि उसकी पत्नी ब्यूटी पार्लर का काम करती है। सुप्रियो चाहता था कि उसका अपना बच्चा हो, लेकिन पत्नी चाहती थी कि पहले पति से हुई बच्ची बड़ी हो जाएं तब दूसरा बच्चा हो। लेकिन सुप्रियो उर्फ हिटलर को यह मंजूर नहीं था। मन ही मन वह सोचने लगा कि सारा विवाद का जड़ यह बच्ची ही है। उसे रास्ते से हटाने के बारे में सोचने लगा।

30 अगस्त को हुआ था विवाद

इस बीच 30 अगस्त को पत्नी से उसका विवाद हो गया। दोनों के बीच मारपीट भी हुई थी। बच्ची नाना-नानी के घर रहती थी। पत्नी ने सुप्रियो से रिश्ता ही तोड़ देने की बात कही। सोशल मीडिया वाट्सएप पर उसने पति को अलविदा कह दिया। नंबर भी ब्लॉक कर दिया। इसके बाद सुप्रियो उर्फ हिटलर ने पूरी योजना के साथ बच्ची की हत्या को अंजाम दिया। एसएसपी ने बताया आरोपित बहुत शातिर है।

पुलिस ने लिया था हिरासत में

बच्ची के लापता होने के दूसरे दिन मंगलवार को ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। घटना के बाद से ही बच्ची की मां और स्वजनों को भी गुमराह करता रहा। पत्नी भी विश्वास नहीं कर रही थी। पति ऐसा उसकी बच्ची के साथ कैसे कर सकता है, लेकिन पुलिस को सुप्रियो उर्फ हिटलर पर ही शक था। कारण घटना के दिन अंतिम बार बच्ची उसके साथ ही देखी गई थी। मामले के खुलासे को पुलिस ने दो दिन में 40 लोगों से पूछताछ की। कहीं से कुछ जानकारी नहीं मिल पा रही थी। तीन सितंबर को दोपहर तक आरोपित ने अपने दो ऑटो चालक साथी का नाम बताया था। पुलिस ने मानगो के दोनों चालक को हिरासत में लिया। दोनों ने संलिप्तता से इंकार किया। कड़ाई से पूछताछ के बाद आरोपित टूट गया। उसने सबकुछ उगल दिया।