2011 में  लोयला से प्लस टू करने के बाद उसी साल विनीत ने जेईईई क्रैक किया और फिलहाल वे इंडियन स्कूल ऑफ माइंस धनबाद में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग के सेकेंड इयर के स्टूडेंट हैं। इस इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस को आईआईटी चेन्नई के साथ पेट्रोटेक सोसायटी ऑफ इंडिया ने मिलकर ऑर्गेनाइज किया था। यह 6-8 दिसंबर को ऑर्गेनाइज हुआ।

‘Shale gas and its future prospects’ पर पेपर प्रजेंट किया  
चेन्नई में ऑर्गेनाइज हुए सेकेंड इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ‘ड्रिलींग टेक्नोलॉजी 2012’ एंड फस्र्ट नेशनल सिम्पोजियम ऑन ‘पेट्रोलियम साइंस एंड इंजीनियरिंग’ 2012 फॉरेन और इंडिया के डिफरेंट स्टेट्स से आए डेलिगेट्स ने टेक्निकल पेपर प्रजेंट किया था। विनीत पेपर प्रजेंटेशन का टॉपिक था, ‘शेल गैस एंड इट्स फ्यूचर प्रोस्पेक्टस’। विनीत ने अपना पेपर प्रजेंट करते हुए बताया कि शेल गैस को एक्सप्लॉइट करने की टेक्नोलॉजी इंडिया में डेवलप नहीं हो पाई है जबकि यूएसए में इस टेक्नोलॉजी का बूम है। यही वजह है कि यूएसए में नेचुरल गैस का प्राइस काफी कम है। उन्होंने कहा कि अगर इंडिया में भी इस टेक्नोलॉजी को डेवलप कर लिया जाए तो नेचुरल गैस की डिमांड काफी कम हो जाएगी। कॉन्फ्रेंस में प्रजेंट एक्सपट्र्स ने विनीत के पेपर प्रजेंटेशन की जमकर तारीफ की।

National और international journal में पब्लिश होगा  
आईआईटी चेन्नई में टेक्निकल हुए इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजर्स ने विनीत के पेपर को नेशनल और इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश कराने की बात कही है। विनीत को फस्र्ट प्राइज में 10 हजार रुपए कैश के अलावा बेस्ट पेपर सर्टिफिकेट और सिल्वर प्लेट भी मिले। टेक्निकल पेपर तैयार करने में विनीत के साथ उनके फ्रेंड समीर खरे भी शामिल थे। पेपर प्रजेंट करते समय किसी कारण से समीर वैन्यू पर नहीं पहुंच पाए और पेपर विनीत को ही प्रजेंट करना पड़ा।

रिसर्च में कॅरियर बनाना चाहते हैं विनीत
विनीत एक महीने की वोकेशनल टे्रनिंग के लिए अहमदाबाद गए हुए हैं। वहां उनकी ट्रेनिंग ओएनजीसी कंपनी में हो रही है। विनीत ने फोन पर बताया कि वे रिसर्च के फिल्ड में आगे जाना चाहते हैं। उनका कहना था कि ड्रिलिंग टेक्नोलॉजी में इंडिया में काफी रिसर्च की जरूरत है। विनीत ने कहा कि अपने फिल्ड में डेफ्थ नॉलेज गेन करना चाहते हैं ताकि कंट्री के लिए कुछ अच्छा कर सकें।

 

मैं बहुत खुश हूं कि मेरे पेपर को फस्र्ट प्राइज मिला। मैं इसके लिए लोयला स्कूल को भी थैंक्स कहना चाहता हूं क्योंकि पेपर प्रजेंटेशन स्किल मैंने वहीं से सीखा है। मैं रिसर्च के फिल्ड में जाने के लिए सोचा है।
- विनीत

यह सुनकर काफी खुशी हुई कि मेरे बेटे के रिसर्च वर्क को इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में तारीफ मिली और उसे फस्र्ट प्राइज मिला। वह इंजीनियरिंग के फिल्ड में रिसर्च कर कंट्री के लिए कुछ करना चाहता है।
- अनिल कुमार, विनीत के पापा

स्कूल के सभी स्टूडेंट्स, फैकल्टी, स्टाफ और मेरी तरफ से विनीत को बहुत-बहुत बधाई। उसने ना सिर्फ स्कूल और सिटी का बल्कि पूरे स्टेट का नाम रोशन किया है। वह पढ़ाई में काफी अच्छा स्टूडेंट रहा है।
- फादर विक्टर, प्रिंसिपल लोयला स्कूल