JAMSHEDPUR: कोरोना वैक्सीन की तैयारी अंतिम चरण में है। उसे धरातल पर उतारने को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिले में शनिवार को ड्राई रन (मॉक ड्रिल) किया गया। सुबह नौ बजे साकची स्थित वैक्सीनेशन सेंटर से परसुडीह स्थित सदर अस्पताल में एक गाड़ी से वैक्सीन पहुंचा। इस दौरान सदर अस्पताल स्थित डीइआइसी (जिला तत्काल रोकथाम केंद्र) के बाहर सर्किल बना हुआ था, जिसमें शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए लोग खड़े थे। बारी-बारी से सभी सेंटर के अंदर जा रहे थे। इस दौरान लोगों की पहचान पत्र की जांच की जा रही थी। इसके बाद उनके मोबाइल पर ओटीपी नंबर जा रहा था। तब उन्हें वैक्सीनेशन सेंटर में इंट्री मिल रही थी। वैक्सीन लेने के बाद सदर अस्पताल के फार्मासिस्ट आमोद कुमार व हॉस्पिटल मैनेजर निशांत कुमार की तबीयत खराब हो गई। उसे देख वहां पर बैठे लोग घबड़ा गए। वे भागने लगे। सदर अस्पताल एक्सरे विभाग के टेक्नीशियन रवींद्रनाथ ठाकुर भागकर बाहर निकल पड़े। इस दौरान चिकित्सकों की टीम ने उन्हें हर संभव समझाने का प्रयास की। फिर भी वह नहीं माने। वह बार-बार एक ही रट लगा रहे थे कि मुझे अगर कुछ हो गया तो मेरा घर-परिवार को कौन संभालेगा। उनकी बातों को सूनते हुए जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पाल ने उनकी काउस¨लग की। उन्हें बताया गया कि वैक्सीन लेने के बाद आपको कोरोना होने का खतरा लगभग नहीं रहेगा। यह वैक्सीन आपकी पत्नी व बच्चे को भी पड़ेगा। तब जाकर वह राजी हुए और उनको वैक्सीन दिया गया। वैक्सीनेशन कार्यक्रम सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक चला। कुल 25 लोगों को वैक्सीन दिया गया।

सिविल सर्जन ने संभाल रखी थी कमान

ड्राई रन को सफल बनाने के लिए चिकित्सक व कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया था। इसका कमान सिविल सर्जन डॉ। आरएन झा ने संभाल रखी थी। वहीं, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ। साहिर पॉल पूरे कार्यक्रम की निगरानी कर रहे थे। वैक्सीन लेने और लेने के बाद लोगों से लगातार संपर्क कर रहे थे। वैक्सीन देने के बाद लोगों को आधे घंटे तक वे¨टग रूम में बैठाया जा रहा था। यहां पर एक नर्स मौजूद थी जो लगातार लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रही थी। सभी लोगों को वैक्सीन का दो डोज दिया जाएगा। दूसरा डोज 28 दिन पर पड़ेगा।

ड्राई रन में सामने आई खामियां जल्द होगी दूर

सिविल सर्जन डॉ। आरएन झा ने ढ़ाई घंटे मौजूद रहकर पूरे ड्राई रन को देखा। इसके बाद सभी पदाधिकारियों की एक मी¨टग बुलाई और जो समस्याएं सामने आई उसे जल्द से जल्द दूर करने का निर्देश दिया। केंद्र से स्ट्रेचर को उतारने के लिए रैप होना अति आवश्यक है। इसके साथ ही आगे की रणनीति भी तैयार की गई। बैठक में जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ। एके लाल, यूनिसेफ के राजीव कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

मोबाइल पर भेजा जाएगा मैसेज

पूर्वी सिंहभूम जिले में बारी-बारी से सभी लोगों को वैक्सीन दिया जाना है। एक बार में सभी को देना संभव नहीं है। इसे देखते हुए अलग-अलग चरणों में सभी का बांटा गया है। पहले चरण में लगभग 25 हजार लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा। इसमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिसकर्मी, प्रशासनिक कर्मचारी व मीडियाकर्मी को शामिल किया गया हैं। सभी का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इसके बाद वैक्सीन लेने के एक दिन पूर्व जैसे ही उनका नंबर आएगा तो उनके मोबाइल पर मैसेज चले जाएगा। उसमें समय और केंद्र का नाम अंकित रहेगा। ओटीपी नंबर किसी से शेयर नहीं करना है।