-ससुराल वाले देते थे गर्भपात कराने की दवा

-पीडि़ता ने गर्भपात कराने से किया इंकार

शादी के बाद से ही शुरू हो गई थी प्रताड़ना

-2 लाख रुपए दहेज मांग रहे थे ससुराल वाले

jamshedpur@inext.co.in

JAMSHEDPUR: दो लाख रुपए और एक बाइक नहीं देने के कारण पति, ससुर और सास ने गर्भपात कराने की कोशिश की। गर्भपात कराने के लिए रोज ही दवा दी जाती थी। लेकिन पीडि़ता बेबी देवी दवा खाने से इंकार कर देती थी। इससे उसकी रोज पिटाई की जाती थी। यह वाकया करीब एक महीने तक बेबी के साथ चलता रहा। अपनी शिकायत लेकर पीडि़ता, उसकी मां और पिता सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी से मिले और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

11 माह पहले हुइर् थी शादी

बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के लॉन्ग टाउन बस्ती निवासी बेबी देवी (20) की शादी 4 जुलाई 2014 को बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के नामडीह रोड निवासी ललित शर्मा के साथ हुई थी। बेबी के पिता ने दहेज के रूप में पांच लाख रुपए, सामान और गहने दिए थे, लेकिन शादी के अगले दिन से ही सोने की चेन की को लेकर विवाद शुरू हो गया था।

26 अप्रैल से कर रहा था टॉर्चर

शादी के 11 महीने हो चुके थे। इस दौरान बेबी प्रेग्नेंट हो गई। पीडि़ता ने आरोप लगाया कि जब ससुरालवालों को यह जानकारी हुई तो 26 अप्रैल को उसका गर्भपात कराने की कोशिश की गई। सास ने पीडि़ता को कोई दवा लाकर दी। लेकिन पीडि़ता ने खाने से इंकार कर दिया। ससुरालवाले बच्चा गिरा देने की बात कहते रहे, लेकिन पीडि़ता उनकी नहीं सुनी। इस वजह से पति, ससुर और सास ने काफी टॉर्चर किया और उसके साथ मारपीट की। बेबी देवी के बयान पर बर्मामाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पीडि़ता ने 9 मई को बर्मामाइंस थाने में पति ललित कुमार शर्मा, देवर हरिश शर्मा, ससुर डोमन शर्मा, सास विभा देवी, ननद रजनी रानी सहित अन्य पर एफआइआर दर्ज कराई है।

घर से नहीं करने देते थे बात

पीडि़ता ने बताया कि ससुरालवालों ने उसका मोबाइल छीन लिया था। उसे किसी से बात भी नहीं करने दी जाती थी। इससे वह शिकायत घर नहीं कर पाती थी। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पीडि़ता के पिता उसके घर एक भोज का निमंत्रण ले कर गए। इसके बाद सारे मामले का खुलासा हुआ। पीडि़ता के पिता ने बर्मामाइंस थाने को इसकी सूचना दी।

एमजीएम में कराया था इलाज

ससुरालवालों की कैद में बंद बेबी को छुड़ाने के बाद उसका इलाज एमजीएम में कराया गया। परिजनों का कहना था कि जब उसे लाया गया तो वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रही थी। काफी दिनों तक उसका ट्रीटमेंट चला। अब उसकी हालत कुछ ठीक है।

कार्रवाई नहीं कर रहे थानेदार

पीडि़ता ने सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी को बताया कि बर्मामाइंस थानेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। एफआईआर के बाद ससुरालवालों को थाना बुलाया गया था फिर छोड़ दिया गया। पीडि़ता ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।

पुलिसकर्मियों से की थी हाथापाई

जब मायके वाले बेबी को छुड़ाने उसके ससुराल गए थे तो सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंच गई थी। नामदी रोड स्थित क्वार्टर संख्या H/6-62 के पास जमा भीड़ को देखते हुए एसआई बंदी राम टोप्पो दल-बल के साथ पहुंचे थे, लेकिन पीडि़ता के पति ललित शर्मा ने उन्हें देख लेने और वर्दी फाड़ देने की धमकी दी। बीच बचाव के दौरान ससुराल वालों ने पुलिस बल पर हमला भी बोल दिया। एसआई बंदी राम टोप्पो की शिकायत पर बर्मामाइंस थाने में पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमला और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में केस किया गया है।