द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म : पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर ग्रामीण, जमशेदपुर सदर, धालभूमगढ़, पटमदा, पोटका और बोड़ाम प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों में सोमवार से बच्चों को खिचड़ी मिलना शुरू हो जाएगा। इन प्रखंडों में सितंबर माह से खिचड़ी बनाने का काम ठप था योजना को शुरु करने का फैसला समाज कल्याण अधिकारी रंजना मिश्रा और आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बीच शनिवार को हुई वार्ता के बाद हुआ। समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि सरकार जलावन, दाल व सब्जी का रेट बढ़ाने की कवायद कर रही है। अगले वित्तीय साल तक रेट बढ़ सकते हैं।

मेन्यू भी है तैयार

वार्ता में तय हुआ है कि आंगनबाड़ी केंद्र आने वाले बच्चों को सुबह नाश्ते में हफ्ते में तीन दिन दलिया और तीन दिन सत्तू देने का काम जारी रहेगा। साथ ही खिचड़ी बनाई जाएगी। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को खिचड़ी बनाने के लिए चावल दे दिया गया है। आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना था कि उन्हें जलावन और खिचड़ी के लिए दाल व सब्जी का कम पैसा दिया जा रहा है। इस वजह से खिचड़ी बनाना संभव नहीं है। ।

खिचड़ी में कम हो सकती है दाल-सब्जी

आंगनबाड़ी संघ का कहना है कि वह सोमवार से सभी प्रखंडों में खिचड़ी बनाने का काम शुरू कर देंगी लेकिन, चूंकि सरकार जितना रेट दे रही है उसमें खिचड़ी बनाना मुमकिन नहीं है। इसलिए, खिचड़ी पैसे की कमी का शिकार हो सकती है। इसमें दाल व सब्जी की मात्रा कम हो सकती है।

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