-डिजिटल टै्रकिंग सिस्टम से होगी गुम होने पर हाजियों की तलाश

-लगा होगा आधुनिक सिम, कंट्रोल रूम को मिलेगी पल-पल का पता

JAMSHEDPUR: हज के दौरान अगर हाजी गुम हो गए तो उनकी तलाश अब डिजिटल टै्रकिंग सिस्टम से होगी। यह ट्रैकिंग सिस्टम हाजियों के रिंग में लगाया जाएगा। पहले यह रिंग सादा होता था और इसमें हाजियों का पता दर्ज होता था। लेकिन अब इस कड़े को डिजिटल बनाया गया है। आधुनिक सिम से लैस यह कड़ा ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के तहत काम करेगा और मक्का या मदीना शरीफ में सरकारी कंट्रोल रूम को पता चल जाएगा कि फलां हाजी की लोकेशन क्या है। इस सिम का एक नंबर भी होगा जिसका पूरा ब्योरा कंट्रोल रूम के पास होगा। अगर किसी हाजी के गुम होने की सूचना कंट्रोल रूम को मिलती है तो वह कंप्यूटर पर ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के जरिए फौरन पता लगा लेगा कि हाजी की लोकेशन क्या है। इससे हाजियों की बड़ी परेशानी हल हो गई है।

नहीं होगी परेशानी

हज के मौके पर बड़ी भीड़ होती है। इस भीड़ में रोजाना हजारों हाजी गुमशुदा हो जातेहैं। वह रास्ता भटक जाते हैं और उनके करीबी उन्हें तलाश करने में परेशान हो जाते हैं। सऊदी अरब की पुलिस को भी गुमशुदा हाजी की तलाश में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन, अब यह डिजिटल रिंग सबकी मुसीबत खत्म कर देगा। सऊदी अरब हुकूमत को यह तकनीक इस्तेमाल करने का ख्याल ख्0क्भ् में हज के दौरान हुए हादसे के बाद आया। मस्जिद-ए-हराम में क्रेन मशीन गिरने व दूसरा मक्का शरीफ में शैतान को कंकर मारते वक्त मची भगदड़ के दौरान हुआ था, जिनमें हजारों आजमीन मरे थे। हजारों गुमशुदा हो गए थे जिनका पता लगाना मुश्किल काम था। खुदा न खास्ता, अब ऐसा कुछ होने पर यह हाजियों का पता आसानी से लग जाएगा।

पल-पल की लोकेशन

भारत से हज पर जाने वाले आजमीन ज्यादातर ज्यादा उम्र वाले होते हैं। याददाश्त कमजोर होने से यह हाजी अक्सर भटक जाते हैं। कभी-कभी अरकान पूरे करते वक्त यह गुम हो जाते हैं। कई-कई दिन तक इनका पता नहीं चल पाता। डिजिटल रिंग पहने हाजी मक्का-ए-मुअज्जमा, मदीना-ए-मुनव्वरा व मिना में हज के अरकान अदा करते समय जहां भी होंगे, रिंग में लगा सिम उनका पता कंट्रोल रूम को बताता रहेगा।

लाटरी से होगा चुनाव

केंद्रीय हज कमेटी ने झारखंड का कोटा नहीं बढ़ाया है। झारखंड का कोटा ख्म्7फ् हाजियों का है। जबकि, अब तक फ्ख्00 से ज्यादा फार्म आ चुके हैं। जमशेदपुर का कोटा क्7फ् है जबकि यहां से साढ़े चार सौ से ज्यादा आवेदन आए हैं। इसलिए, हज कमेटी लाटरी से आजमीन का चुनाव करेगा। केंद्रीय हज कमेटी ने क्भ् मार्च को लाटरी करने का एलान किया है।

हज कमेटी को डिजिटल कड़ा सिस्टम लागू करने की इत्तला मिली है। ये रिंग मदीना शरीफ हवाई अड्डे पर ही मुहैया कराया जाएगा। इसे पहनने से पता चल जाएगा कि संबंधित शख्स किस स्थान पर है।

-हाजी महमूद अंसारी, सदस्य राज्य हज कमेटी