-एग्जाम ठीक से कंडक्ट नहीं कराने और उसमें गड़बड़ी को लेकर वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल को शो-कॉज किया गया था

-प्रोवीसी ने की थी जांच, पाई गई थी गड़बड़ी

JAMSHEDPUR: जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में एग्जाम कंडक्ट कराने में गड़बड़ी को लेकर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सुजाता सिन्हा को यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने शो-कॉज किया है। एग्जाम में स्टूडेंट्स द्वारा खुलेआम नकल किए जाने और बेंच-डेस्क के अलावा दीवारों पर क्वेश्चन का आंसर लिखकर नकल करने की खबर यूनिवर्सिटी को मिली थी। इसके बाद केयू की प्रोवीसी डॉ शुक्ला महंती ने इसकी जांच की और गड़बड़ी को सही पाया। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद यूनिवर्सिटी ने एडमिनिस्ट्रेशन ने डॉ सुजाता सिन्हा को शो-कॉज किया है, जिसका उन्होंने अभी तक जवाब नहीं दिया है।

कॉलेज को चाहिए परमानेंट प्रिंसिपल

वीमेंस कॉलेज के ऑटोनोमस स्टैटस को यूजीसी द्वारा एक्सटेंशन दिए जाने के साथ ही यह तय हो गया कि कॉलेज को जल्द से जल्द परमानेंट प्रिंसिपल चाहिए। ऑटोनोमस स्टैटस के साथ यूजीसी ने यह शर्त भी रखी है कि कॉलेज में परमानेंट प्रिंसिपल होना जरूरी है। फिलहाल केयू में एक मात्र परमानेंट प्रिंसिपल चांडिल कॉलेज में जेएस राजवाड़ हैं। डॉ आरके दास सस्पेंड हैं। ऐसे में कॉलेज के लिए केयू की प्रोवीसी और कॉलेज की एक्स प्रिंसिपल डॉ शुक्ला महंती ही एक मात्र ऑप्शन है। अगर वे वापस आती हैं, तो कॉलेज को परमानेंट प्रिंसिपल मिल पाएगा। यूनिवर्सिटी का कहना है कि परमानेंट प्रिंसिपल अप्वॉइंट करने के लिए जेपीएससी को वैकेंसी भेजी गई है पर भ्-म् महीने के अंदर अप्वॉइंटमेंट हो पाएगा इसमें संदेह है।

वीमेंस कॉलेज में एग्जाम के दौरान गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। प्रोवीसी ने जांच की और इसे सही पाया। इसके बाद यूनिवर्सिटी द्वारा कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज को कुछ प्वॉइंट्स पर जवाब मांगा गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक इसका जवाब नहीं दिया। उम्मीद है कि म् महीने के अंदर जेपीएससी द्वारा नए प्रिंसिपल का अप्वॉइंटमेंट कर दिया जाएगा। ऐसा नहीं हो पाया तो कोई और ऑप्शन देखा जाएगा।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू