-ट्रांसफार्मर में गड़बड़ी, बिजली पोल और केबल पुराने होने की वजह से बिजली का काफी लॉस होता है

-बिजली विभाग के कांट्रैक्चुअल स्टाफ की मनमानी की शिकायत भी करते हैं लोग

JAMSHEDPUR: बिजली की समस्या कई तरह से लोगों के सामने आती है। जब ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन (टी एंड डी) में प्रॉब्लम हो तो पावर लॉस होना लाजिमी ही है। कई जगहों से लोगों का शिकायत है कि ट्रांसफार्मर खराब होने की कंप्लेन करने पर तुरंत उसे सही नहीं किया जाता। स्टेट में ओवरऑल टीएंडडी लॉस अवेलिबिलिटी का ब्0.8 परसेंट है। आश्चर्य है कि पिछले पंद्रह सालों में स्टेट में पावर जेनरेशन घटा है। क्भ् साल पहले स्टेट में इस्टॉल्ड पावर कैपिसिटी क्फ्90 मेगावाट थी जो अब घटकर क्फ्ख्ब्.0भ् मेगावाट हो गई है।

ट्रांसफार्मर चेंज करने में ख् दिन से ज्यादा लगे तो करें कंप्लेन

नॉन कंपनी एरिया में रहने वाले लोगों की शिकायत है कि ट्रांसफार्मर खराब होने की स्थिति में कंप्लेन करने पर उसे सही करने या बदलने में कई दिनों का समय लग जाता है। इसके साथ ही बिजली विभाग के कांट्रैक्चुअल स्टाफ ट्रांसफार्मर लगाने के बदले लोगों से पैसे भी मांगते हैं। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर आरजे सिंह ने कहा कि ट्रांसफार्मर खराब होने की कंप्लेन आने के बाद शहरी क्षेत्र में दो दिनों के अंदर उसे बदल दिया जाता है। इसके लिए कोई पैसे की मांग करता है, तो यह गलत है और इसकी शिकायत करनी चाहिए।

ट्रांसफार्मर खराब होने पर उसे बदलने या ठीक करने में काफी समय लगता है। अब तो हमारे पास सभी अधिकारियों का नंबर भी है। गड़बड़ी होने पर उस नंबर कंप्लेन करूंगा।

- टी यशोदा

मेरे कई फ्रेंड्स ने बताया कि बिजली विभाग के कांट्रैक्चुअल स्टाफ ट्रांसफार्मर बदलने या उसे सही करने करने के बदले पैसे मांगते हैं।

- छोटू

शहरी क्षेत्र में ट्रांसफार्मर बदलना हो तो उसमें दो दिन से ज्यादा समय नहीं लगता। अगर बिजली विभाग का कोई स्टाफ किसी से पैसे मांगता है, तो यह एकदम गलत है। शिकायत करने पर जांच की जाएगी और सही पाए जाने पर संबंधित कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- आरजे सिंह, सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट जमशेदपुर