जमशेदपुर (ब्यूरो): देश का व्यापारिक वर्ग एक फरवरी को संसद में प्रस्तुत होने वाले अंतरिम बजट का बेताबी से इंतजार कर रहा है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन एवं प्राथमिकताओं के अनुसार अंतरिम बजट में खुदरा व्यापार एवं लघु उद्योगों सहित अर्थव्यवस्था के सेक्टरों में वृद्धि हेतु मजबूत नीतियों की घोषणा होगी। कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि बजट में आर्थिक विकास पर जोर दिए जाने की उम्मीद है तथा व्यापारों के लिए कर सुधार या प्रोत्साहन के माध्यम से खुदरा व्यापार को भी बढ़ावा दिये जाने की आशा है। व्यापारी उम्मीद करते हैं कि ऐसे कदम उठाए जाएंगे जो उपभोक्ता खर्च और व्यापार गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक वातावरण पैदा करने में सहायक हों।

बुनियादी ढांचा विकास का मुख्य क्षेत्र

सोंथालिया ने कहा कि बुनियादी ढांचा विकास का मुख्य क्षेत्र है, क्योंकि यह सीधे लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन को प्रभावित करता है, इसलिए व्यापारिक समुदाय को इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में अधिक धन आवंटन की उम्मीद है, जो परिवहन को संघटित कर, लागतों को कम करते हुए देश की कुल व्यापार क्षमता को बढ़ावा दे सकते हैं। कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, व्यापारिक समुदाय भी ऐसी नीतियों की उम्मीद करता है जो, भारत को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में मजबूती दें। व्यापार मित्र नीति, व्यापार समस्याओं का समाधान करने के लिए राजनयिक प्रयास और उभरते बाजारों का शीघ्रता से उपयोग करने के लिए रणनीतिक पहलुओं की चर्चा भी बजट में होने की संभावना दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, ई-कॉमर्स नियमों और डिजिटल व्यापार नीतियों पर स्पष्टता का बड़ा इंतजार है। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्मों की बढ़ती महत्वपूर्णता के साथ, व्यापारिक समुदाय संतुलित प्रतिस्पर्धा के साथ वृद्धि के अवसरों को बनाए रखने के लिए एक विनियमन ढांचा चाहता है, जिसकी घोषणा बजट में होनी चाहिए।

तकनीक की भूमिका को कम नहीं

उन्होंने बताया कि व्यापार में तकनीक की भूमिका को कम नहीं किया जा सकता है, और व्यापारी समुदाय उन उपायों की वकालत करता है जो डिजिटल बुनियादी, ई-शासन, और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने की है। तकनीक को एकीकृत करना व्यापार प्रक्रियाओं को सुगम बना सकता है, पेपरवर्क को कम कर सकता है और कारोबार करने की सामान्य सुविधा को बढ़ा सकता है। कुल मिलाकर, व्यापारिक समुदाय को उम्मीद है कि अंतरिम बजट संपूर्ण दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करेगा, सीधे चिंताओं के सिवा विकास, अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा और तकनीक का सहारा लेकर व्यापार इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।